संपादकीय: राहुल गांधी के निशाने पर केजरीवाल
Kejriwal on the target of Rahul Gandhi: नई दिल्ली विधानसभा चुनाव अब रोचक होते जा रहा है हालांकि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी चुनाव प्रचार में अब तक सबसे आगे बनी हुई है और दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी है। जबकि कांग्रेस इन दोनों ही पार्टियों के मुकाबले बहुत पीछे नजर आ रही थी लेकिन अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नई दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार अभियाान को गति दे दी है।
राहुल गांधी ने पहली बार नई दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर सीधा निशाना साधा है। राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि वे झूठे वादे करते हैं और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हुए हैं। यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल गौतम अडानी के बारे में कभी कुछ नहीं बोलते।
राहुल गांधी ने नई दिल्ली की जन समस्या को भी ट्विटर के माध्यम से भी उठाया है। और अरविंद केजरीवाल की सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताया है। राहुल गांधी के चुनाव प्रचार में उतरने के बाद अब कांग्रेस भी मुकाबले में आ गई है। अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी के आरापों के बारे में बस इतनी ही टिप्पणी की है कि वे राहुल गांधी के बयान पर कुछ भी नहीं कहना चाहते। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी इस तरह के बयान देकर अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और मुझे गाली दे रहे हैं जबकि मैं देश को बचाने की कोशिश कर रहा हूं।
गौरतलब है कि नई दिल्ली में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए राहुल गांधी ने पूर्वांचल के लोगों के साथ मकरसंक्राति का पर्व मनाया। नई दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की अच्छी खासी संख्या है और कई सीटों पर वे निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
अब तक पूर्वांचल के वाटरों को अपने पक्ष में करने के लिए आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जोर अजमाईश चल रही थी। अब कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई है। नतीजतन अब नई दिल्ली विधानसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होना तय हो गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिस तरह अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ तीखे कटाक्ष कर रहे हैं उससे अब इस बात के संकेत मिल रहे है कि राहुल गांधी को आईएनडीआईए की परवाह नहीं है। उन्होंने भी अब शायद इस गठबंधन से पीछा छुडाऩे का मन बना लिया है।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं के बीच जमकर जुबानी जंग हुई थी। जिसके चलते आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस नेता अजय माकन और संदीप दीक्षित के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए यह धमकी दी थी कि अब वे कांग्रेस को आईएनडीआईए से बाहर निकालन के लिए मुहिम चलाएंगे और इस बाबत सहयोगी दलों से चर्चा करेंगे।
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिेलश ने नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी को समर्थन देने की घोषणा कर दी। यह भी कांग्रेस और आईएनडीआईए की एकता के लिए एक बड़ा झटका था। बहरहाल अब कांग्रेस इस सदमें से उबर गई हैै। उसने भी गठबंधन की परवाह छोड़कर नई दिल्ली में पूरे दमखम के साथ चुनाव लडऩे का फैसला कर लिया है। जिसके चलते आम आदमी पार्टी की दिक्कतें बढ़ सकती है और इसका भाजपा को लाभ मिल सकता है।