एनुअल फेस्ट -560 बच्चो ने 20 दिन की प्रैक्टिस के बाद दी भावनात्मक प्रस्तुति
Aetas ऐतास- जीवन का कालचक्र
“जीवन के कालचक्र के माध्यम से दिखाई परिवर्तन की श्रृंखला”
“ क्षिति , जल पावक गगन समीरा
पंच तत्व से बना शरीरा “
Annual Fest-560 children gave an emotional presentation after 20 days of practice: जीवन की शुरुआत भले ही पाषाण युग से हुई हो लेकिन पंचतत्व-हवा, जल, वायु, अग्नि, धरती इन सब से मिलकर बनी श्रृष्टि के अंतर्गत फूल ,जंगल, अरण्य, आदिवासी मानव, कृष्ण और सुदामा की मित्रता, गुरु शिष्य रिश्ते के अन्तरगत एकलव्य और द्रोणाचार्य की नाटिका पिता पुत्र के रिश्तो को दर्शाने के लिए भक्त प्रह्लाद की नाटिका,महाभारत के अंतर्गत भीष्म की प्रतिज्ञा साथ ही कृत्रिम बुद्धि के साथ मानव का विकास और इसी बीच रिश्तो में पड़ती दरारे |
बुद्धि के अधिक विकसित होने से मानव मन में भावनाओ की कमी हो जाती है | आज जो बच्चे मोबाइल से अधिक जुड़े है वे बच्चे पिता से अत्यधिक धन की अपेक्षा करने लगे और उन्हें यह भी बताने लगे की उनकी इच्छाओं की पूर्ति करना उनका कर्त्तव्य है और फिर बुढ़ापे में वे बच्चे ही उन्हें वृद्धाश्रम में पहुँचा देते है |
जब भी पृथ्वी पर अधर्म बड़ा है तब ईश्वर को अवतार लेकर धर्म की स्थापना करनी पड़ी है | पौराणिक नृत्य के अंतर्गत भगवान विष्णु के दसवे अवतार कल्कि का जोरदार नृत्य प्रस्तुत किया कक्षा 8, 9 और 11 के विद्यार्थियों ने | दर्शको ने भाव विभोर होकर तालियाँ बजाई
आदर्श विद्यालय का वार्षिक उत्सव: “एटस – जीवन के चरण” उत्साहपूर्वक मनाया गया
आदर्श विद्यालय का वार्षिक उत्सव, जिसका विषय “एटस – जीवन के चरण” था, 19 दिसंबर 2024, गुरुवार को भव्यता और उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत दीप प्रज्वलन से हुआ, जो अंधकार को दूर कर एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है।
हेड बॉय मयूक, हेड गर्ल मुस्कान, और कोम्या ने अंग्रेजी, हिंदी, और छत्तीसगढ़ी में भावपूर्ण स्वागत भाषण दिया, जो विद्यालय की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती सबिता चतुर्वेदी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें स्कूल की उल्लेखनीय उपलब्धियों, जैसे चैम्पियन ट्रॉफी जीतने और बेहतरीन बोर्ड परीक्षाफल पर प्रकाश डाला। उन्होंने मेधावी छात्रों और शिक्षकों की प्रशंसा की।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मुख्य अतिथि श्री प्रेम प्रकाश, क्षेत्रीय खनिज नियंत्रक, और सम्माननीय अतिथि डॉ. रवि शंकर पनिकर, प्राचार्य, BIT कॉलेज ऑफ कॉमर्स, साइंस, आर्ट्स और मैनेजमेंट उपस्थित थे। अतिथियों ने विद्यालय की उपलब्धियों और शिक्षकों की निष्ठा
की सराहना की। श्री विनोद पिल्लई, अध्यक्ष, रायपुर केरल समाजम, ने विद्यालय की प्रगति और समग्र शिक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता पर विचार साझा किए ।
मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया, जिनमें कक्षा 10वीं की टॉपर अनन्या सतीश सिंधु (96%) और कक्षा 12वीं के टॉपर्स श्रेयश शर्मा, निधि कुमारी, और इशिका तिवारी शामिल थे। JEE और NEET में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया।
संस्कृतिक कार्यक्रमों में लगभग 600 छात्रों ने भाग लिया और मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। मुख्य आकर्षण में शामिल थे:-
पंचतत्व नृत्य: पृथ्वी, जल, अग्नि और वायु के तत्वों का चित्रण।
जंगल और फूल नृत्य: नर्सरी और प्री-प्राइमरी के बच्चों द्वारा उत्साहपूर्वक प्रस्तुत ।
जनजातीय नृत्य: कक्षा 1 और 2 के छात्रों द्वारा जीवंत कबायली नृत्य ।
नृत्य नाटिका: श्रीकृष्ण-सुदामा की कथा, एकलव्य की निष्ठा, और प्रह्लाद की भक्ति का प्रदर्शन ।
आधुनिक विषय: मोबाइल और सोशल मीडिया की लत पर व्यंग्यात्मक प्रस्तुति ।
पौराणिक नृत्य: भगवान विष्णु के भविष्य अवतार कल्कि का प्रदर्शन ।
महाभारत के महाकाव्य दृश्यों और “रिश्ते” नामक नाटक ने भावनात्मक गहराई और संदेश के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया ।
कार्यक्रम का संचालन शौर्य पटेल, इषणा, मृदुल, हेमाश्री, हेमशिका, समृद्धि, सृज्या नायर, विद्या पिल्लई, अनन्या, और तेजस ने कुशलता से किया। उनकी प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में आकर्षण बढ़ा दिया ।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय की उप-प्रधानाचार्या श्रीमती जलजा पिल्लई द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ, जिसमें सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया। रायपुर केरल समाजम के सदस्य टीसी शाजी, डॉ. जैकब जकारिया, जे सजीत नायर, फिलिप सैमुअल, सजीत नायर, सुनील एस पिल्लई और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ ।
आदर्श विद्यालय का वार्षिक उत्सव प्रतिभा को पोषित करने, सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने, और उपलब्धियों का उत्सव मनाने की विद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रमाण है ।
नर्सरी पी.पी-1 व पी.पी-2 के विद्यार्थी ने किया दर्शको को मोहित श्रृष्टि के शुरुआत के जंगल, फूल नृत्य वन को जीवंत किया नन्हे –मुन्ने कलाकारों ने | जनजातीय नृत्य कक्षा 1 व 2 के छात्रो द्वारा जीवंत कबायली नृत्य प्रस्तुत किया | |