संपादकीय: अब अंबेड़कर को लेकर गदर
Now rebellion against Ambedkar: ससंद का शीतकालीन सत्र पहले से ही हंगामों की भेंट चढ़ता रहा है जिसकी वजह से संसद में लोकसभा और राज्यसभा दोनों में कामकाज प्रभावित हुआ है। कांग्रेस की मांग पर लोकसभा और राज्यसभा में भारतीय संविधान पर दो दिवसीय विशेष चर्चा हुई
जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के ही सांसद उपस्थित रहे और चर्चा में भाग भी लिया इसके बाद यह उम्मीद बंधी थी कि अब संसद के शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों में संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी किन्तु राज्यसभा में केन्द्रिय गृह मंत्री अमित शाह के उद्बोधन के दौरान संविधान निर्माता डॉ. बी.आर.आम्बेडकर के बारे में कही गई एक बात को लेकर फिर से राज्यसभा में हंगामा खड़ा हो गया और इसके बाद तो डॉ. आम्बेडकर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में के बीच गदर मच गया।
कांग्रेस सहित आईएनडीआईए में शामिल सभी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उन पर डॉ.आम्बेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनसे माफी मांगने की मांग करने लगे यहां तक की गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे की मांग भी की जाने लगी। इस मामले में विपक्ष की सियासत को लेकर चिंतित भाजपा ने जवाबी हमला करना भी शुरू कर दिया।
गृह मंत्री अमित शाह ने पत्रकार वार्ता में वस्तु स्थिति की जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि वे सपने में भी डॉ. आम्बेडकर के अपमान की बात सोच नहीं सकते। राज्यसभा में उन्होंने जो बयान दिया है उसमें से सिर्फ 18 सेकण्ड के अंश को कांग्रेस ने मुद्दा बना दिया है जबकि उनका पूरा वीडियो देखकर ही स्पष्ट होगा कि उन्होंने डॉ.आम्बेडकर का अपमान नहीं किया है
चूंकि उन्होंने राज्यसभा में कांग्रेस की असलियत उजागर कर दी थी कि किस तरह उसने डॉ. आम्बेडकर को अपमानित किया था और उनकी उपेक्षा की थी। इसी से चिढ़कर कांग्रेस ने उनके भाषण को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। अमित शाह के इस स्पष्टीकरण के दूसरे दिन कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता नीले कपड़े पहनकर और डॉ.आम्बेडकर की तस्वीर लेकर संसद में विरोध प्रदर्शन करने पहुंच गये।
उन्होंने संसद परिसर में नारेबाजी की और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करने लगे। इसके जवाब में भाजपा के सांसद भी संसद की सीढिय़ों पर एकत्रित हो गये और वे विपक्ष के इस प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित बताकर कांग्रेस के खिलाफ नोरबाजी करने लगे। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच धक्का मुक्की की स्थिति बन गई। जिसके कारण भाजपा के दो सांसद गिर कर घायल हो गये।
इनमें से एक सांसद के सिर में चोट आई है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उक्त सांसद ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के धक्का देने के कारण वे गिर कर घायल हुए है। अब भाजपा के सांसदों ने इस घटना को लेकर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। इधर राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने भी आरोप लगाया है कि भाजपा सांसदों के धक्का मुक्की करने के कारण उनके घुटने में चोट आई है।
कुल मिलाकर अब आम्बेडकर के मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है। ऐसी स्थिति में संसद के शीतकालीन सत्र के बाकी बचे दिनों में कोई काम काज हो पाएगा इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है।