शीतकालीन सत्र: सड़क निर्माण को लेकर MLA अजय चंद्राकर और मंत्री विजय शर्मा के बीच नोकजोंक..सदन में जोरदार हंगामा..
रायपुर/नवप्रदेश। cg vidhansabha: शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि सड़क में क्या-क्या शिकायतें मिली, किसने जांच की और उसमें क्या गलती पाई गई और किसने कार्रवाई की। जवाब में विजय शर्मा ने कहा कि यह जिला निर्माण समिति की सड़क थी। इसमें गृह विभाग से कोई लेन-देन नहीं था। लेकिन जिला निर्माण समिति, जिला स्तर पर विभाग का चयन कर लेती है। जिसमें पीएमजीएसवाई का चयन किया। इसमें शिकायत पर एसडीएम समेत 5 अधिकारियों की टीम बनाई गई और जांच कराई गई। जांच में दो निर्णय दिए गए, जो ठेकेदार हैं उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अधिकारी जिन्होंने इस कार्य को आगे बढ़ाया था उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
अजय चंद्राकर-क्या शिकायतें पाई गई। उसमें किसके द्वारा जांच की गई और क्या कार्रवाई की गई।
विजय शर्मा – मैंने बताया
अजय चंद्राकर – लेकिन कार्रवाई क्या की गई ? अभी आपने कहा कि भुगतान ज्यादा नहीं हुआ। फिर जांच समिति किस बात का पैसा वसूल रही।
विजय शर्मा – मैंने बताया जो एमबी में लिखा था, उसके आधार पर भुगतान हुआ।
चंद्राकर बोले – भ्रष्टाचार को छिपा रहे हैं आप। सदन में जोरदार हंगामा विपक्ष के हंगामे के बाद मंत्री ने की मामले में जांच की घोषणा।
हंगामे के दौरान विजय शर्मा बोले- एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को सस्पेंड किया जाएगा। एसडीओ को सस्पेंड किया जाएगा। सब इंजीनियर सस्पेंड हो चुका है। एफआईआर का आदेश हो चुका है। संरक्षण वाली कोई बात नहीं है मैं आपको बताना चाहता हूं।
कांग्रेसियों पर तंज कसते हुए अजय चंद्राकर बोले- अभी बहुत खड़े हो रहे थे। आपको बताता हूं कि ठेकेदार जिला कांग्रेस अध्यक्ष है, ये आपका कारनामा है। क्या उस ठेकेदार के पूरे काम की जांच कराई जाएगी?
विजय शर्मा – निसंदेह जांच कराई जाएगी। उस जिले में किए जाने वाले और अन्य जिले में किए गए काम की भी जांच कराई जाएगी। विधायक अजय चंद्राकर ने जांच की घोषणा पर दिया धन्यवाद। आसंदी ने कहा- धन्यवाद भी धीरे से देना चाहिए। वहीं विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर डॉ रमन सिंह का एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। जिस पर सदन के सदस्यों ने उन्हें बधाई दी।
पर्यावरण प्रदूषण पर स्थगन प्रस्ताव
शून्यकाल में पर्यावरण प्रदूषण का मुद्दा उठा जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने खनन और परिवहन में पर्यावरण प्रदूषण पर स्थगन प्रस्ताव दिया। कांग्रेस विधायक राघवेंद्र सिंह ने भी तालाब पाटने के मामले में स्थगन प्रस्ताव दिया। इसके अलावा बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने अवैध रेत खनन, कांग्रेस विधायक अनिला भेडिय़ा ने अवैध परिवहन में होने वाले हादसों और कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने अवैध रेत परिवहन से स्कूली बच्चों को होने वाली समस्याओं पर स्थगन प्रस्ताव दिया।