आज का बेबाक : एक देश एक चुनाव विधेयक को लेकर संसद में हंगामा
Uproar in Parliament over One Nation One Election Bill: एक देश एक चुनाव विधेयक लोकसभा में पेश कर दिया गया। इसी के साथ विपक्ष ने इस विधेयक के विरोध में हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इस विधेयक को संविधान विरोधी करार दे दिया।
सपा सांसद धर्मेंन्द्र यादव ने तो इस विधेयक को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बता दिया। यदि इन विपक्षी नेताओं के कुतर्क को मान ले तो सवाल यह उठता है कि आजादी के बाद से 1967 तक देश में एक देश एक चुनाव क्यूंं लागू था?
क्या दो दशकों तक लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने वाले लोकतंत्र विरोधी थे?