संपादकीय: सीमेंट के बढ़ते दामों पर रोक जरूरी
Stop the rising prices of cement: छत्तीसगढ़ में सीमेंट के दामों में अचानक 50 रुपए प्रति बोरी की वृद्धि होना वाकई हैरत की बात है।
इस वृद्धि को लेकर भाजपा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने तीखे तेवर दिखाए हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से लेकर केन्द्रीय मंत्रियों और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस मूल्य वृद्धि को वापस लेने की पुरजोर मांग की है।
वास्तव में सीमेंट के मूल्यों में अचानक इतनी वृद्धि समझ से परे है। छत्तीसगढ़ में न तो बिजली की दरें बढ़ी हैं और न ही सीमेंट कंपनियों पर किसी तरह का कोई अतिरिक्त भार डाला गया है।
इसके बावजूद सभी सीमेंट कंपनियों ने एकजुट होकर सीमेंट की कीमतें बेतहासा बढ़ा दी हैं। जिससे प्रदेश में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की लागत बढ़ जाएगी।
खासतौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में जो आवास बनाए जाने वाले हैं उनका निर्माण कार्य लागत बढ़ जाने से प्रभावित हो सकता है।
इसी तरह सड़क पुल पुलिया और स्कूल कॉलेज आदि सरकारी भवनों के निर्माण की भी लागत बढ़ जाएगी। इस महंगार्ई के दौर में अपना निजी मकान बनाने वाले लोगों के लिए भी सीमेंट के दामों में यह भारी वृद्धि उनका बजट बिगाड़ सकती है।
बहरहाल यह अच्छी बात है कि रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने जनहित में अपनी ही पार्टी की सरकार को आइना दिखाया है और सीमेंट के दाम में हुई वृद्धि के खिलाफ अपनी अवाज बुलंद की है।
उनकी इस मांग पर सरकार को गंभीरतापूर्वक विचार कर सीमेंट के दाम घटाने चाहिए।