संपादकीय: पहली ही बारिश ने खोल दी दिल्ली सरकार की पोल
The very first rain exposed the Delhi government : देश की राजधानी नई दिल्ली मेें पहली बारिश ने ही दिल्ली सरकार की पोल खोलकर रख दी है। भीषण गर्मी के दौरान वहां के लोगों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा था किन्तु आम आदमी पार्टी की सरकार इस समस्या के लिए पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहरा रही थी उसका आरोप था कि हरियाणा नई दिल्ली को पर्याप्त पानी नहीं दे रहा है।
अब जबकि नई दिल्ली में मानसून ने दस्तक दी और वहां भारी वर्षा हो गई तो इसके लिए आम आदमी पार्टी अब यह तर्क दे रही कि दिल्ली में 88 साल बाद इतनी ज्यादा बारिश हुई है जिसकी वजह से बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं।
गौरतलब है कि मानसून आने के पूर्व नई दिल्ली सरकार के मंत्री और नई दिल्ली की मेयर ने यह दावा किया था कि बरसात के मौसम में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए कारगर कदम उठा लिए गए हंै।
इस साल दिल्ली के बाशिंदे मानसून का मजा लेंगे। किन्तु दिल्ली (The very first rain exposed the Delhi government) में पहली ही बारिश लोगों के लिए सजा बन गई। स्थिति इस कदर बिगड़ गई कि नालियों और सड़कों का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया। भारी बारिश के कारण सड़कों ने नदियों का रूप धारण कर लिया। खुले मैदान तो समुद्र के रूप में तब्दील हो गए। सड़कों पर लंबा जाम लग गया। यहां तक कि बसें भी जलमग्न हो गई।
नई दिल्ली का पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। यह ठीक है कि नई दिल्ली में एक ही दिन में 228 मिलीमीटर बारिश हो गई लेकिन बारिश के पानी की निकास की योजना का क्या हुआ। जिसकी दिल्ली सरकार ने बढ़ चढ़कर दावे किए थे। जाहिर है नई दिल्ली सरकार के कथित इंतजाम पूरी तरह से फेल हो गए।
जिस तरह गर्मी के मौसम में नई दिल्ली (The very first rain exposed the Delhi government) सरकार लोगों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने में विफल रही। उसी तरह बारिश के मौसम में जल भराव की समस्या का समाधान करने में भी वह विफल रही।