संपादकीय: तीन दिनों में तीन आतंकी हमले

संपादकीय: तीन दिनों में तीन आतंकी हमले

Three terrorist attacks in three days

Three terrorist attacks


Three terrorist attacks in three days : जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों ने सरकार को चुनौती देनी शुरू कर दी है। 9 जून से 11 जून के बीच 72 घंटों के भीतर आतंकवादियों ने तीन हमले करके जम्मू कश्मीर में दहशत का माहौल बना दिया है। 9 जून को इन आतंकवादियों ने वैष्णव देवी की यात्रा कर लौट रहे श्रद्धालुओं की एक बस पर घात लगाकर हमला किया। जिससे 10 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए।

रियासी में हुए इस घटना की स्याही अभी सूख भी नहीं पाई थी कि आतंकवादियों ने कठुआ और डोड़ा में आतंकी घटना को अंजाम दे दिया। आतंकवादियों (Three terrorist attacks )ने सैनिकों के कैंप पर हमला किया और एक गांव में जाकर अंधाधुंध फायरिंग करके दो लोगों के अपहरण की कोशिश की। इन दोनों ही स्थानों पर सेना के साथ आतंकवादियों की मुठभेड़ हुई। जिसमें भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। और तीन घायल हो गए। इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी भी मारा गया।

तीन दिनों में तीन आतंकी घटनाओं के बाद अब जम्मू कश्मीर में सर्च अभियान तेज कर दिया गया है। और इसी के साथ ही 29 जून से शुरू होने वाली और 52 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। नेशनल हाईवे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सरकार को आशंका है कि ये आतंकवादी अमरनाथ यात्रा को निशाने पर ले सकते हैं।

यही वजह है कि जम्मू कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्रों में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। और आतंकवादियों की खोज के लिए ड्रोन तथा हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। इन आतंकी हमलों के जिम्मेदार आतंकवादियों (Three terrorist attacks )को भारतीय सेना और सुरक्षाबल जल्द ही उनके अंजाम तक पहुंचा देंगे किन्तु अब भारत सरकार को एक बार फिर पड़ोसी देश पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक करनी होगी।

इन तीनों आतंकी घटनाओं के साथ सीमा पार से जुड़े हुए हैं। पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने पहले तो इस हमले की जिम्मेदारी ली थी लेकिन बाद में वे इससे मुकर गए ।

फिलहाल एनआईए इन आतंकी हमलों की जांच पड़ताल कर रही है। दरअसल जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वहां के लोगों ने जिस उत्साह के साथ भाग लिया और रिकॉर्ड मतदान किया। उससे पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं और वे कश्मीर में एक बार फिर दहशत फैलाने की नापाक कोशिश कर रहे हैं।

जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ तो दे रही है लेकिन अब एक बार फिर पाकिस्तान को भी उसी की भाषा में जवाब देना निहायत जरूरी हो गया है। वैसे भी पाकिस्तान के खिलाफ इस समय पूरी दुनिया हो गई है। जिसके चलते विश्व मंच पर वह अलग थलग पड़ चुका है। उसे एक आतंकवादी देश घोषित कराने का यही सही समय है। भारत को इस दिशा में अपने कूटनीतिक प्रयास तेज कर देने चाहिए और जरूरत पड़े तो उसके खिलाफ एक और सर्जिकल या एयर स्ट्राइक करने से भी नहीं चूकना चाहिए।

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