EOW ने रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव और कांकेर समेत 30 जगहों पर दी दबिश, सराफा कारोबारी, पुलिस कर्मी, कारोबारी सहित…
कारोबारी का मकान सील, कांकेर में ईओडब्ल्यू की टीम का पहला एक्शन
रायपुर/नवप्रदेश। EOW action in Chhattisgarh: प्रदेश में लगातार ईओडब्ल्यू टीम की छापेमारी कर रही है। आज प्रदेश के कई जिलों में ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ दबिश दी है। इसमें राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव और कांकेर में ईओडब्ल्यू के अधिकारी और भारी संख्या में सुरक्षा बल के साथ पहुंची है।
राज्य में महादेव सट्टा ऐप से जुड़े लोगों के घरों में लगातार ईओडब्ल्यू (EOW action in Chhattisgarh) की टीम पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि ईओडब्ल्यू ने अलग-अलग टीम बनाई है जिसमें सभी डीएसपी रैंक के अधिकारी शामिल है। पिछली बार हुए छापे मारी में महादेव सट्टा ऐप के बारे में कुछ लोगों के नाम है जिसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने उनके आवास और ठिकानों पर छापेमारी की है।
मिली जानकारी के अनुसार इस कार्रवाई में सराफा कारोबारी, पुलिस कर्मी है जिनके तार महादेव सट्टा ऐप से जुड़े है। वहीं इस मामले में आरोपी और निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर भी टीम ने दबिश दी है। ईओडब्ल्यू की टीम 2 दर्जन से अधिक ठिकानों में कार्रवाई कर रही है।
निलंबित एएसआई के भाई के घर भी पहुंची टीम
ईओडब्लयू की टीम ने आज आला असफरों के साथ निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर पहुंची है। वहीं पहले यह भी आरोप लगा है कि चंद्रभूषण ने मीडिएटर का काम किया है जिसमें महादेव ऐप से जुड़े लोगों को बचाने के लिए प्रोटेक्शन मनी पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं तक पहुंचाई है।
कांकेर में पहला एक्शन
ईओडब्लयू (EOW action in Chhattisgarh) की टीम ने कांकेर जिले के चारामा में आज पहली कार्रवाई करते हुए हेड कंान्सटेबल विजय पाण्डेय के घर दबिश दी है। अभी कार्रवाई जारी है, इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है।
सराफा कारोबारियों के घर रेड
ईओडब्ल्यू की टीम राजधानी से लगे दुर्ग जिले में दो सराफा कारोबारियों के घर पहुंची। इनमें सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला और राजेंद्र जैन के महावीर कॉलोनी स्थित घर और राजेंद्र जैन के घर ईओडब्ल्यू के अधिकारी पहुंचे हैं। अभी कार्रवाई जारी है।
कारोबारी का मकान सील
महादेव सट्टा ऐप मामले में धरमजयगढ़ में भी ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची जहां। बड़े कारोबरी अनिल अग्रवाल के घर छापा मारा, लेकिन घर कई सालों से बंद पड़ा होने के कारण ईओडब्ल्यू की टीम ने मकान को सील कर दिया। अभी ईओडब्ल्यू की कार्रवाई जारी है।