Mahadev Online Satta Ka Durg Gang : दुर्ग में मनी और मसल पॉवर का पर्याय थे दीपक-निखिल नेपाली
दीपक नेपाली यूं तो पेशेवर गुंडा है और उसका भाई लोकेश नेपाली कई बार ऑनलाइन सट्टा खिलाने के आरोप में जेल जा चुका है
रायपुर/नवप्रदेश। Mahadev Online Satta Ka Durg Gang : दुर्ग-भिलाई क्षेत्र में मनी और मसल पॉवर का पर्याय बन गए थे दीपक नेपाली और निखिल नेपाली। दीपक नेपाली यूं तो पेशेवर गुंडा है, उसका भाई लोकेश नेपाली कई बार ऑनलाइन सट्टा खिलाने के आरोप में जेल जा चुका है।
दीपक कथित तौर पर भाजपा के सिंबल पेंट वाली गाड़ी में घूमता रहा। दीपक का भाई लोकेश नेपाली ऑनलाइन सट्टा का पैनल चलाने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
उसका भाई लोकेश नेपाली कई बार ऑनलाइन सट्टा खिलाने के आरोप में जेल जा चुका है। इस बात की अफवाह फैलने पर भाजपा नेताओं ने पुलिस पर दबाव बनाया और इसके बाद पुलिस ने दीपक नेपाली को गिरफ्तार कर लिया।
अरेस्ट के बाद तस्दीक करने से बचते रहे अफसर
दीपक की गिरफ्तारी को दुर्ग पुलिस के एकमात्र अफसर ने ही बड़े रहस्यमय ढंग से कंफर्म किया। नामालूम कारणों से खुलकर किसी भी अधिकारी ने ये नहीं कहा कि उसे अरेस्ट कर लिया गया है। हालत यह रही है कि जिस वैशाली नगर थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया वहां के थाना प्रभारी ने कॉल नहीं रिसीव किया। इसके अलावा क्राइम डीएसपी राजीव शर्मा ने भी कुछ इसी तरह व्यस्त रहे। जबकि क्राइम प्रभारी संतोष मिश्रा मोबाइल स्विच ऑफ़ किये रहे। एक हिस्ट्रीशीटर की गिरफ़्तारी के बाद भी अफसर तस्दीक बचते लगे।
307 से लेकर लूट और डकैती जैसे दर्जनों अपराध दर्ज
दीपक नेपाली सिर्फ महादेव ऑनलाइन सट्टा खिलवाने के लिए फेमस नहीं है। उसके खिलाफ दुर्ग जिले के कई थानों में जानलेवा हमला, लूट, डकैती और अपहरण समेत कई मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही उसके ऊपर अवैध गांजा और शराब तस्करी का भी आरोप है। एक साल पहले भी उसे दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन जमानत लेकर बाहर आने के बाद फिर से वो अपराध की दुनिया में चला गया।
महादेव एप प्रमोटर रवि उप्पल से था सीधा संपर्क
ऑनलाइन सट्टा मामले में दुर्ग पुलिस को दीपक नेपाली के रूप में मजबूत कड़ी हाथ लगी है, जिसके सहारे वो दुबई में बैठे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल तक पहुंच सकती है। दीपक रवि उप्पल का खास मित्र है। रवि ने ही दीपक को ऑनलाइन सट्टा के काम में उतारा है। दोस्ती की बदौलत हर नया पैनल दीपक के पास आता है और वो लोगों को बांटता है। दुर्ग पुलिस उसके बारे में हर एक जानकारी जुटी रही है।
29 पुलिसकर्मियों से थी दीपक-निखिल की करीबी
ऑनलाइन सट्टा मामले में दुर्ग पुलिस की संलिप्ता पाने के बाद तत्कालीन दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। तीन-तीन आईपीएस अधिकारियों ने इसकी जांच की। उसमें पता चला था कि दीपक नेपाली अपराध से लेकर ऑनलाइन सट्टा का काम करता है।
इसमें दुर्ग पुलिस के कुछ सिपाही और अधिकारी भी उसके साथ हैं। जांच में 17 पुलिसकर्मियों की दीपक से संलिप्तता का पता चला था और 12 पुलिसकर्मियों के बारे मोबाइल के जरिए कुंडली निकाली जा रही थी। बाद में एसपी के तबादले के साथ ही यह फाइल बंद कर दी गई।
दुबई में सौरभ च्रंदाकर और दो प्रमोटर्स पर प्रतिबंध
दुबई में सौरभ चंद्राकर और दो प्रमोटर्स पर प्रतिबंध लगाया गया है। दुबई के अधिकारी उस पर निगरानी रख रहे हैं और भारतीय अधिकारियों के उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं।