NIT में “युवा संगम” कार्यक्रम संपन्न, नागालैंड के प्रतिनिधियों ने की राज्यपाल से मुलाकात
रायपुर। NIT RAIPUR Yuva Sangam: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में भारत सरकार के कार्यक्रम एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम का दूसरा चरण का 19 जून 2023 को समापन हुआ। एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगमके विचार की परिकल्पना भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत के विभिन्न राज्यों के बीच एक सांस्कृतिक संबंध स्थापित करने हेतु इस योजना की शुरुआत की ।
एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों के युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है। पांचवें और अंतिम दिवस की शुरुआत सुबह-सुबह सामूहिक योग अभ्यास के साथ हुई। मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग (डीएचएसएस) की फैकल्टी डॉ. मंजू शुक्ला ने योग के महत्व और इसे हमारी दिनचर्या का हिस्सा क्यों होना चाहिए, इस पर एक प्रस्तुति दी।
मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग के शिक्षण सहायक, श्री सूरज निषाद, ने नागालैंड के छात्रों को कुछ योग आसन सिखाए। बाद में, नागालैंड के प्रतिनिधियों के लिए एनआईटी रायपुर का परिसर दौरा किया, जहां उन्होंने विभिन्न विभागों, प्रयोगशालाओं आदि का दौरा किया । इसके पश्चात नागालैण्ड से आए प्रतिनिधियों को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से रूबरू कराने गढ़ कलेवा ले जाया गया , जहाँ सभी प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ी खाने का भरपूर आनंद लिया ।
इसके बाद सभी प्रतिनिधियों को गवर्नर हाउस का दौरा करवाया गया, डॉ. आर.के. सोनी, एआईसीटीई सलाहकार ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के युवा संगम कार्यक्रम और माननीय पीएम मोदी के “मन की बात” के बारे में बात करते हुए गणमान्य लोगों का अभिवादन किया। उन्होंने एआईसीटीई की ओर से माननीय राज्यपाल और पूरे कार्यक्रम में प्रतिभागियों और संकाय सदस्यों के उत्साह के लिए आभार व्यक्त किया। इसके बाद प्रतिनिधियों को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल माननीय श्री विश्वभूषण हरिचंदन से बातचीत का मौका मिला।
सबसे पहले माननीय विश्वभूषण हरिचंदन जी ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया तथा छत्तीसगढ़ी संस्कृति का संक्षिप्त वर्णन किया। उन्होंने युवा संगम कार्यक्रम के बारे में बताया, जहां उन्होंने बोला कि इसका उद्देश्य लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना है, विशेष रूप से विभिन्न राज्यों के युवाओं के बीच, और उन्हें भारत की संस्कृति और मूल्यों से परिचित कराना है। उन्होंने भारत की एकता का महत्व बताते हुए इस देश की महानता को बताया साथ ही उन्होंने कहा कि छात्रों तथा हम सभी को अपने देश पर गर्व करना चाहिए और अपने राष्ट्र की सेवा करना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।