कुएं में गैस रिसाव से जांजगीर चांपा-कोरबा में 9 लोगों की गई जान

कुएं में गैस रिसाव से जांजगीर चांपा-कोरबा में 9 लोगों की गई जान

1 Janjgir-Champa Korba accident well poisonous gas death police investigation

1 Janjgir-Champa Korba accident well poisonous gas death police investigation

जांजगीर की घटना में कुएं में उतरे 5 लोगों की मौत हो गई, तो वहीं कोरबा में गिरे पिता को बचाने बेटी कुएं में कूदी, उन्हें निकालने दो और लोग नीचे उतर गए

  • राज्य सरकार ने परिजनों को दी 5-5 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की
  • पुलिस ने गोताखोर बुलवाकर शवों को निकालने की व्यवस्था की, जांच में जुटी है

जांजगीर-चांपा/कोरबा/नवप्रदेश। Janjgir-Champa Korba accident well poisonous gas death police investigation: शुक्रवार का दिन छत्तीसगढ़ के दो जिलों के लिए दर्दनाक रहा। जहां अलग-अलग कारण से कुएं में उतरे 9 लोगों की जान चली गई। जांजगीर की दुखद घटना में कुएं में जहरीली गैस रिसाव के कारण 5 लोगों की मौत हो गई, तो वहीं कोरबा में गिरे पिता को बचाने बेटी कुएं में कूदी थी, उसके बाद दोनों को निकालने परिवार के दो और लोग नीचे उतर गए, पर कोई भी बाहर नहीं आ पाया। अंदर ही उनकी मौत हो गई।

जांजगीर-चांपा की घटना शुक्रवार सुबह 7.30 बजे की है। इसके बाद गांव में मातम छा गया है। दरअसल, कुएं में गिरी लकड़ी को निकालने के लिए एक व्यक्ति कुएं में उतर गया। कुएं से निकल रही जहरीली गैस से उसकी मौत हो गई। उसे बचाने के लिए पड़ोस में रह रहे चार लोग एक-एक कर उतरे, पर कोई भी बाहर नहीं आ पाया। वहां जहरीली गैस की वजह से उनकी भी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि रामचंद्र जायसवाल कुएं में गिरी लकड़ी निकालने अंदर गया था, तभी गैस रिसाव होने लगा। (Janjgir-Champa Korba accident well poisonous gas death police investigation) जिसे बचाने पड़ोस के रमेश पटेल आया। उसका भी दम घुटने लगा। फिर उसे बचाने रमेश के दोनों बेटे राजेंद्र, जितेंद्र भी कुएं के अंदर गए। इसके बाद पड़ोस के ही टिकेश चन्द्रा उसे बचाने के लिए अंदर गया। गैस रिसाव से सभी की मौत हो गई। इस घटना से कुल पांच लोगों की मौत हो गई।

इनकी हुई मौत

मृतकों का नाम रामचंद्र जायसवाल 60 वर्ष, पड़ोसी रमेश पटेल 50 वर्ष, रमेश पटेल के दो बेटे जितेंद्र पटेल 25 वर्ष, राजेंद्र पटेल 20 वर्ष, एक और पड़ोसी टिकेश्वर चंद्रा 25 वर्ष शामिल है। जानकारी अनुसार कि टिकेश चंद्रा की तीन महीने पहले ही शादी हुई थी। दम घुटने से सभी की मौत हो गई।

बिना मास्क गोताखोर नहीं उतरे नीचे
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामले में जांजगीर चांपा एसपी विवेक शुक्ला ने कहा कि बिलासपुर के एसडीआरएफ की टीम का इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय गोताखोर पहुंचे, मगर ऑक्सीजन मास्क नहीं होने के कारण रिंग कुएं में नहीं उतरा। शव को निकलने के बाद अस्पताल भेजा जाएगा।

जुराली पिता-बेटी के साथ चार लोगों की जान गई

उधर कोरबा जिले के कटघोरा थानांतर्गत ग्राम जुराली के डिपरा पारा में चार लोगों की कुएं में डूबने से मौत हो गयी। (Janjgir-Champa Korba accident well poisonous gas death police investigation) प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कुएं में ग्रामीण के गिरने के बाद उसे बचाने के लिए बेटी कुएं में कूद गयी। इसके बाद परिवार के ही दो अन्य लोग भी नीचे उतरे, लेकिन सभी की मौत हो गयी। पुलिस मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। नकारी के मुताबिक ग्राम जुराली के डिपरापारा में रहने वाला ग्रामीण जहरू कुएं में अचानक गिर गया था। घटना की जानकारी मिलते ही पिता को बचाने उसकी बेटी कुएं में कूद गयी। इस दौरान पिता-पुत्री कुएं से बाहर ही नहीं निकले, उसके बाद दो अन्य लोग नीचे उतरे, लेकिन वे भी बाहर नहीं आए। घटना की जानकारी के बाद गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में जानकारी पुलिस को दी गयी। पुलिस ने आसपास के क्षेत्र को सील कर एसडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए मौके पर बुलवाया।

बताया जा रहा कि मृतक शिवचरण पटेल कुएं की सफाई कर रहा था। इस दौरान वह नीचे गिर गया, उसे देखकर उसकी बेटी मृतिका सपीना नीचे उतरी जहां उसकी भी मौत हो गई। दोनों को कुएं में गिरा हुआ देख मृतक मनबोध पटेल, मृतक जरूर पटेल नीचे उतरे। थोड़ी देर बाद उनकी भी मौत हो गई। जब परिजनों को इसकी जानकारी हुई उसके बाद हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई।

कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे जहां घटनाक्रम की जानकारी ली गई। गैस रिसाव के चलते मौत होना बताया जा रहा है। आगे की कार्यवाही जारी है। बताया जा रहा है कि कुएं में गैस रिसाव के चलते चारों की मौत हुई होगी, फिरहाल अभी कुएं से शव को बाहर निकालने का काम जारी है। इस घटना के बाद से पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है।

किकिरदा में लंबे समय से कुएं का नहीं हो रहा था उपयोग

ग्राम किकिरदा के वासियों के अनुसार इस पुराने कुएं का काफी समय से इस्तेमाल नहीं हो रहा था। इसलिए गांव के ही लोगों ने पुरानी लकडिय़ों से कुएं को ढंक दिया था। बारिश और तेज हवा के कारण लकडिय़ां कुएं में गिर गई थीं, जिन्हें निकालने 60 वर्षीय रामचंद्र जायसवाल शुक्रवार की सुबह लगभग 7.30 बजे उतरा था। काफी देर तक वे बाहर नहीं निकले तो पत्नी ने शोर मचाया।

सीएम साय ने घटना पर जताया शोक

ग्राम किकिरदा की घटना पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शोक जताया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति और पीडि़त परिजनों को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की। इसके साथ ही 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है।

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