सिक्किम में बाढ़ से 56 लोगों की मौत, 3 हजार पर्यटक फंसे; कुल 2413 लोगों को बचाया..
-खराब मौसम के कारण हवाई बचाव अभियान में आ रही है बाधा
नई दिल्ली। Sikkim flash flood: सिक्किम में तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। चार दिन बाद भी शव गंदगी और मलबे में मिल रहे हैं। सिक्किम में बाढ़ से अब तक 56 शव बरामद किये जा चुके हैं। इनमें से 30 से ज्यादा शव पश्चिम बंगाल की तीस्ता नदी से बरामद किए गए हैं।
सेना के 22 जवान लापता थे, जिनमें से 7 के शव मिल गए हैं। राज्य में चार दिनों से 3 हजार पर्यटक फंसे हुए हैं। खराब मौसम के कारण हवाई बचाव अभियान में बाधा आ रही है। शुक्रवार को वायुसेना ने एमआई-17 हेलिकॉप्टरों की मदद से ऑपरेशन चलाने की कई कोशिशें कीं।
पश्चिम बंगाल सरकार के अनुसार, तीन जिलों सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में तीस्ता नदी से शव बरामद किए गए। सिक्किम सरकार के मुताबिक, 16 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें मंगन से चार, गंगटोक से छह और पाकयोंग जिले में भारतीय सेना के सात शव शामिल हैं। सिक्किम सरकार के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 142 लोग अभी भी लापता हैं और 25,000 से अधिक लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं।
कुल 2413 व्यक्तियों को बचाया गया
बाढ़ के कारण 1200 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुल 13 पुल बह गए हैं। अब तक विभिन्न इलाकों से 2413 लोगों को बचाया गया है। इसके अलावा राज्य भर में 22 राहत शिविरों में 6875 लोगों ने शरण ली है। इनमें से अधिकतर इलाके देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं।
चार दिन तक फंसे रहे तीन हजार पर्यटक-
इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में फंसे लगभग 3,000 पर्यटकों को अभी तक नहीं निकाला गया है। वायुसेना की ओर से कई बार एमआई-17 हेलीकॉप्टर भेजने की कोशिश की गई, लेकिन खराब मौसम के कारण सफलता नहीं मिल पाई। दरअसल, निचले इलाकों में बादल छाए रहने, लाचेन और लाचुंग घाटियों में कम दृश्यता के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए बागडोगरा और चाटेन से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकते। उन्होंने कहा कि अगर मौसम में सुधार जारी रहा तो हवाई बचाव अभियान शनिवार सुबह फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
आज हल्की बारिश की संभावना-
सड़क एवं पुल मंत्री समदुप लेप्चा और डीआइजी (उत्तरी एवं पूर्वी जिला) ताशी वांग्याल भूटिया भी शुक्रवार को मैदान पर पहुंचे। वह अधिकारियों के साथ जोंगू होते हुए पैदल ही चुंगथांग पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों में मंगन जिले के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान लाचेन और लाचुंग में बादल छाये रहने की संभावना है।