26 January को तिरंगा फहरते ही छत्तीसगढ़ के स्कूलों में होगा ये बड़ा बदलाव…
रायपुर/नवप्रदेश। 26 जनवरी (26 january) को इस गणतंत्र दिवस (republic day) पर तिरंगा झंडा फहरते ही छत्तीसगढ़ (chhattisgarh school) के स्कूलाें में बड़ा बदलाव देखने को मलेगा। झंडा वंदन के अगले ही दिन यानी सोमवार से स्कूलों में संविधान पर चर्चा (talk on constitution) का आयोजन अनिवार्य होगा।
इसको लेेकर स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। हर सोमवार को प्रदेश (chhattisgarh school) के स्कूलों में सभी बच्चों को उनके संवैधानिक दायित्वों, प्रदत्त शक्तियों को समझाने के साथ उनपर चर्चा भी करवाई जाएगी। संविधान से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करवाना अब सभी स्कूलों को जरूरी होगा। यानी 26 जनवरी (26 january) गणतंत्र दिवस (republic day) के बाद अगले दिन यानी सोमवार से संविधान पर चर्चा (talk on constitution) आयोजित होने लगेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इच्छा जाहिर की थी कि वर्तमान परिदृश्य में स्कूलों में हर बच्चे को भारतीय संविधान में उल्लेखित उनके कर्तव्यों, शक्तियों और राज्य के नीति निदेशक तत्वों की पूरी जानकारी दी जानी चाहिए।
ताकि आने वाले वक्त में देश के गौरवशाली संविधान की रक्षा की जा सके। सीएम बघेल के इस बेहतरीन प्रस्ताव पर स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। शुक्रवार को आदेश भी जारी करते हुए इसके लिए दिन, वक्त और विषय का चयन भी कर लिया गया है।
प्रार्थना के बाद संविधान के मुद्दे पर चर्चा
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थाओं में अब हर सोमवार को प्रार्थना के बाद संविधान से संबंधित विभन्न मुद्दो पर चर्चा की जाएगी। राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने आज इस संबंध में आदेश जारी करते हुए प्रदेश के सभी संभाग के आयुक्त और जिला कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए है। जारी निर्देश के अनुसार माह के प्रथम सप्ताह में संविधान की प्रस्तावना पर चर्चा होगी वहीं दूसरे सप्ताह में संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकार, तीसरे सप्ताह में मौलिक कर्तव्य और चौथे सप्ताह में राज्य के नीति निदेशक तत्व पर चर्चा आयोजित की जाएगी।
नष्ट किया जा रहा, अधिकार छीना जा रहा, रक्षा करना सभी का जिम्मा – सीएम भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली से लौटकर एयरपोर्ट पर इस संबंध में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गंभीर विमर्श के साथ संविधान बना है, इसकी रक्षा करना हिंदुस्तान के लोगों की जिम्मेदारी है। बहुत सी संवैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया जा रहा है। लोगों से उनका अधिकार छीना जा रहा है। जो संविधान हमारी रक्षा करता है, उसे बचाने की भी जिम्मेदारी हमारी है। उन्होंने कहा कि संविधान इस देश में सर्वोपरी है। वर्षों बहस कर 300 से अधिक लोगों ने मिलकर इस संविधान को बनाया है। बहुत विचार विमर्श कर इसका निर्माण हुआ। 1947 से शुरू कर 1950 में इसे पूरा किया गया और 26 जनवरी 1950 में इसे लागू किया गया।