12वीं फेल होकर भी बने आईपीएस, ऑटो छुड़ाने थाने गए और बदली जिंदगी, कुत्ते…
भोपाल/ए.। 12वीं (12th) की परीक्षा में यदि कोई व्यक्ति फेल (fail) हो जाए तो वह अपने भविष्य को लेकर सकारात्मकता काफी हद तक खत्म हो जाती है। लेकिन एक आईपीएस (ips) ने इसके ठीक विपरीत काम करके दिखाया है। इस आईपीएस (ips) अधिकारी का नाम है मनोज शर्मा (manoj Sharma) , जो महाराष्ट्र कैडर के हैं।
बेटे को पढ़ाने बेच दी पूरी जमीन, पत्नी-बेटी ने छोड़ा साथ, रद्दी की किताबें पढ़ बेटा बना IPS
मूलतया मुरैना जिल के निवासी मनोज शर्मा की 11वीं तक की पढ़ाई ठीकठाक चली। लेकिन 12वीं की परीक्षा में उनकी पढ़ाई की गाड़ी लड़खड़ा गई। वे 12वीं (12th) में फेल (fail) हो गया और फिर ऑटो अपने भाई के साथ ऑटो चलाने लगे। एक दिन पुलिस ने उनका ऑटो जब्त कर दिया।
मनोज शर्मा (manoj sharma) जब ये ऑटो छुड़ाने के लिए थाने गए तो उन्होंने पुलिस विभाग की परीक्षाओं को लेकर जानकारी ली। चुनौतियों के बीच मनोज शर्मा ने आईपीएस बनने की ठान ली थी। उन्होंने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद डिग्री ली और शुरू कर दी आईपीएस की तैयारी। लेकिन सफर आसान नहीं था पैसे के अभाव के कारण कामधंधा कर घर में सहयोग करना मनोज के लिए अनिवार्य हो गया था।
400 रु. माह से कुत्तों के केयर टेकर का जॉब भी किया
लिहाजा मनोज ने दिल्ली में बड़े लोगों द्वारा पाले जाने वाले कुत्तों के केयर टेकर का जॉब किया। इस काम के लिए उन्हें 400 रुपए प्रतिमाह मिलते थे। उन्होंने लाइब्रेरी में भी नौकरी की। और लगे रहे अपने लक्ष्य को साधने में। आखिरकार तीन बार की असफलता के बाद उन्होंने वर्ष 2005 में 121वीं रैंक हासिल कर सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की। आईपीएस मनोज शर्मा के संघर्ष पर लिखि गई किताब का हाल ही में विमोचन हुआ है।