12 Day Hadtal : अन्न त्यागे 11 बिजली कर्मचारियों की बिगड़ी तबीयत
रायपुर/नवप्रदेश। 12 Day Hadtal : छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद 20 अगस्त से अन्न त्याग अनशन जारी है। अनशन में बैठे 46 कर्मचारियों में से आज 11 कर्मियों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके उपचार के लिए एनजीओ डॉक्टर तुंहर दुआर की मदद ली गई। वे धरनास्थल पहुंचकर हड़ताली कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की। इस दौरान भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने मंच को सम्बोधित करते हुए हड़ताली विद्युत संविदा कर्मचारियों का समर्थन दिया।
प्रबंधन तीसरी बार द्विपक्षीय वार्ता के लिए बुलाया
हड़ताल (12 Day Hadtal) कर रहे विद्युत संविदा कर्मचारियों के मांग के संदर्भ में चर्चा हेतु कम्पनी प्रबन्धन द्वारा कर्मचारी संघ प्रतिनिधि को आज तीसरी बार द्विपक्षीय वार्ता के लिए बुलाया है। कर्मचारियों ने बताया कि जब तक निर्णय उनके पक्ष में नही आता वे हड़ताल स्थगित नही करने वाले हैं।
समर्थन में आए छोटे जोगी ने सरकार को घेरा
आपको बता दे कि हड़ताल (12 Day Hadtal) पर अन्न त्याग कर बैठे सैकड़ों बिजली कर्मचारियों की नियमितीकरण की मांग को लेकर विगत 12 दिनों से राजधानी रायपुर के धरना प्रदर्शन स्थल बूढ़ातालाब में डटे है। इन अनियमित सैकड़ों विद्युत कर्मचारियों के समर्थन में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी सामने आए। जोगी धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया और उनका उत्साह बढ़ाया। इस दौरान छोटे जोगी ने सरकार को घेरते हुए कहा ने सिर्फ अनियमित विद्युत कर्मचारियों के साथ ही नहीं बल्कि कई वादों को सरकार ने पूरा नहीं किया। आने वाले 2023 के चुनाव में कांग्रेस परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
इस तरह होता शोषण
- अधिकृत कार्य है गड्डा खोदना, सामान परिवहन, पेड़ की टहनी काटना आदि मैदानी कार्य।
- दबाव पूर्वक खंभे चढऩा, एलटी चालू लाइन में कार्य करना, मीटर लगाना, विद्युत विच्छेदन, पॉवर रीडिंग, फीडर अटेंड, आदि अनाधिकृत कार्य कराया जाता है।
- पेट्रोल भत्ता नही मिलता, लेकिन फीडर पेट्रोलिंग, पॉवर मीटर रीडिंग और डीओ टीएमसी कार्य स्वयं के वाहन से करने के लिए बोला जाता है।
- दुर्घटना होने पर, अनुकम्पा नियुक्ति नही मिलता, तथा इलाज स्वयं के वहन से करना।
- 8 घण्टे से अधिक समय तक कार्य कराया जाता है।
- 8 हजार मासिक वेतन देकर समस्त लाइनमैन का कार्य कराया जाता है।
- सभी संविदा कर्मचारियों को अपने निवास स्थान से 150 से 200 किलोमीटर दूरी में पदस्थापना।
- राष्ट्रीय अवकाश पर छुट्टी की पात्रता है लेकिन दीवाली में अतिरिक्त ड्यूटी लगाई जाती है जिसके एवज में अतिरिक्त वेतन भी नही मिलता।
- कोरोना महामारी में 24 घण्टे ड्यूटी लगाई गई।
- कोरोना काल में कार्य के दौरान कोरोना होने पर मुफ्त इलाज कराने के बजाय अनुपस्थित मानकर वेतन कटौती की गई।
- कम्पनी प्रबंधन के सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा
- हड़ताल के पांचवे दिन तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विजय कुमार झा द्वारा धरनास्थल में सभी विद्युत संविदा कर्मचारियों कम्पनी प्रबंधन और सरकार के सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ाया गया।
ये है सूत्रीय मांग
- विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में मृत्यु हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में स्थायी-अस्थायी अपंगता का शिकार हो चुके कर्मियों को उचित मुआवजा दिया जाए।