सिविल अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से 10 की मौत, 12 घायल, सरकार ने दिए जांच के आदेश
अहमदनगर। Hospital Fire : महाराष्ट्र के अहमदनगर सिविल अस्पताल के आईसीयू में शनिवार को भीषण आग लगने से कम से कम 10 मरीजों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए।
आग पर काबू पाने और मरीजों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालने के प्रयास के साथ आसपास के अन्य वार्डों में फैल रही आग पर काबू पाने के लिए दमकल की चार गाड़ियां भेजी गई हैं। कड़ी मशक्क्त के बाद आग पर काबू पाया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आईसीयू में कम से कम 22 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था। आग (Hospital Fire) लगने के बाद अस्पताल में अफरा तफरी मच गई और कई परिजन अपने मरीजों के बारे में जानकारी के लिए अस्पताल पहुंचे।
अहमदनगर के कलेक्टर राजेंद्र भोसले ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि घायल मरीजों का इलाज किया जा रहा है। ये सभी मरीज खतरे से बाहर हैं। वहीं उन्हने घटना के जांच किये जाने की भी बात कही है। साथ ही आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया एसी में शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है।
आग की लपटें इतनी भयानक थी कि जिसने भी देखा वो सहम गया। आग बुझने के बाद वार्ड की हालत का जायजा लिया गया। कोरोना वार्ड के बेड, दवाएं, मेडिकल साजो सामान तक जलकर ख़ाक हो गए हैं। वार्ड में टूट फूट जैसी स्थिति है।
महाराष्ट्र सरकार ने दिए जांच के आदेश
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने अहमदनगर सिविल अस्पताल में हुए अग्निकांड (Hospital Fire) के बाद जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ये घटना गंभीर है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों को स्पष्ट आदेश दिया गया था कि वे अपने यहां असपताल में सबसे पहले फायर सेफ्टी की जांच की जाएगी,यदि इसमें कोई कमी पाई जाती है तो प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई निश्चित होना बताया है। मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि जिन लोगों की मौतें हुई है उनके परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान किया जाएगा।
पूर्व CM फडणवीस ने की कार्रवाई की मांग
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने अस्पताल की इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए घटना में जान गंवाने वाले मरीजों के प्रति षिक व्यक्त किया घायल मरीजों के तुरंत ठीक होने की कामना की है। पूर्व सीएम ने कहा है कि इस घटना की विस्तृत जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।