संपादकीय: महबूबा मुफ्ती का एक बार फिर विवादास्पद बयान

Mehbooba Mufti's controversial statement once again
Editorial: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पहले भी पाकिस्तान परस्ती का सबूत देती रही हैं और देश विरोधी विवादास्पद बयानबाजी करती रही हैं। यही वजह है कि पिछले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी का जम्मू कश्मीर से सुपड़ा साफ हो गया है। किन्तु इससे उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है। वे अभी भी विवादास्पद बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रही हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान का समर्थन किया है कि भारत की अर्थव्यवस्था मृत है।
इस तरह का बयान तो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और आईएनडीआईए में शामिन दलों के कुछ अन्य नेता भी दे चुके हैं किन्तु महबूबा मुफ्ती उन सबसे चार कदम आगे जाकर यह कह रही हैं कि जब भारत सरकार का सारा बजट डिफेन्स पर खर्च किया जाएगा तो भारत की अर्थव्यवस्था नीचे ही जाएगी। निश्चित रूप से महबूबा मुफ्ती का यह बयान देश विरोधी है। भारत की संप्रभूता की रक्षा करना सरकार का सबसे बड़ा दायित्व है।
इसलिए सरकार रक्षा बजट में वृद्धि करती है। लेकिन इस वजह से ही भारत की अर्थव्यवस्था नीचे जा रही है। यह सफेद झूठ है। वैसे भी भारत की अर्थव्यवस्था को मृत बताना भी सबसे बड़ा झूठ है। आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।
ऐसे में महबूबा मुफ्ती का यह विधवा विलाप यही दर्शाता है कि वे अभी भी भारत विरोधी एजंडे पर काम कर रही हैं। भारत के रक्षा बजट पर सवालिया निशान लगाकर उन्होंने एक बार फिर यह साबित किया है कि उन्हें सेना की बढ़ती ताकत रास नहीं आ रही है। ऐसे देश विरोधी बयान के लिए उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।