संपादकीय: नितिन नबीन को भाजपा की कमान
Nitin Nabin takes charge of BJP
Editorial: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अकसर चौकानें वाले फैसले लेते हैं। इसी क्रम में भाजपा ने बिहार के लोकनिर्माण मंत्री नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का निर्णय लेकर सबको चौंका दिया है। इस पद के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर प्रहलाद जोशी तक लगभग आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं के नाम की अटकलें लगाई जा रही थी। किन्तु भाजपा ने नितिन नबीन पर भरोसा जताया जो युवा नेता है।
नितिन नबीन चार बार के विधायक हैं और वर्तमान में बिहार की नीतीश कुमार सरकार में लोकनिर्माण मंत्री का दायित्व संभाल रहे हैं। वे छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रभारी भी रहे हैं और उनके ही नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भाजपा संगठन को मजबूती मिली थी जिसका सुपरिणाम यह निकला कि छत्तीसगढ़ में भाजपा लोकसभा, विधानसभा, नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने में सफल हुई थी।
बिहार विधानसभा चुनाव में भी नितिन नबीन ने मोर्चा संभाला था और संगठन को मजबूत करने में अग्रणी भूमिका निभाई थी जिसकी वजह से बिहार में भाजपा और एनडीए ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की। नितिन नबीन की सांगठनिक क्षमता को देखकर ही भाजपा ने उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। यह भी एक संयोग है कि इसके पूर्व जब नितिन गडकरी को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था तब उनका भी नाम इस पद की दौड़ में नहीं था वे भी महाराष्ट्र सरकार में लोकनिर्माण मंत्री थे। नितिन नबीन भी इस पद की दौड़ में शामिल नहीं थे और वे बिहार में लोकनिर्माण मंत्री हैं।
भाजपा ने नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर यह भी संदेश दे दिया है कि भाजपा अब दूसरी पीढ़ी को आगे बढ़ाने की कवायद कर रही है। इसके लिए भाजपा ने जातिगत समीकरण को दरकिनार करते हुए योग्यता को महत्व दिया है। नितिन नबीन कायस्थ समाज से आते हैं जिनकी संख्या बिहार में मुश्किल से डेढ़ प्रतिशत ही है। इसके साथ ही भाजपा नेतृत्व ने अपने कार्यकर्ताओं को इस बात का भी संकेत दिया है कि यदि वे पार्टी के प्रति निष्ठावान रहते हैं और ईमानदारी से संगठन का का करते हैं तो उनकी योग्यता और क्षमता के अनुरूप उन्हें पार्टी सम्मानजनक स्थान प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं।
जहां अन्य पार्टियों में अध्यक्ष पद किसी राजनीतिक परिवार की बपौती बनकर रह गया है वहीं भाजपा परिवारवाद से दूर रहकर पार्टी के साधारण कार्यकरता को भी उच्च पदों पर आसीन करती है। बहरहाल नितिन नबीन के नेतृत्व की अग्रि परीक्षा बंगाल और असम विधानसभा चुनाव में होगा। भाजपाई उम्मीद कर रहे हैं कि युवा नेतृत्व भाजपा को इसी तरह चुनाव में सफलता दिलाने में सफल होगा।
