संपादकीय: ड्रॉ मैच में टीम इंडिया के आत्मबल की जीत

Team India's self-confidence wins in a drawn match
Editorial: भारत और इंग्लैंड के बीच हुआ चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया किन्तु इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने जो धैर्य दिखाया और दो दिनों तक बल्लेबाजी करके इंग्लैंड के गेंदबाजों के छक्के छुड़ा दिये वह काबिले तारीफ है। दूसरे शब्दों में कहें तो इस ड्रॉ मैच में टीम इंडिया के आत्मबल की जीत हुई है।
चौथे दिन जब टीम इंडिया दूसरी पारी खेलने के लिए मैदान में उतरी थी और शून्य स्कोर पर भी टीम इंडिया के दो बल्लेबाज पवेलियन लौट गये थे तब इंग्लैंड की टीम ने मैदान पर जश्न मनाना शुरू कर दिया था और वे यह मानकर चल रहे थे कि चौथे दिन ही इंग्लैंड के गेंदबाज टीम इंडिया को ऑल आउट करके एक दिन शेष रहते भारतीय टीम को एक पारी से हरा देंगे।
भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की धडकने भी तेज हो गई थी और उन्हें भी यह लग रहा था कि भारत यह मैच हारकर सीरिज हार जाएगा। क्योंकि इंग्लैंड पहले ही २-१ से आगे है। किन्तु शुभमन गिल और केएल राहुल ने 188 रनों की भागरीदारी कर टेस्ट में भारत की वापसी करा दी। शुभमन गिल ने शानदार शतक जड़ा और केएल राहुल ने अर्धशतक बनाया।
उनके आउट होने के बाद पांचवें दिन रविन्द्र जडेजा और वाशिंटन सुंदर ने 203 रनों की अविजित साझेदारी की और दोनों ने ही शतक जड़कर इंग्लैंड के मनसूबों पर पानी फेर दिया। रविन्द्र जडेजा का प्रदर्शन तो पूरी सीरिज में शानदार रहा है। पिछले पांच मैचों में उन्होंने चार अर्ध शतक और एक शतक लगाया है। कुल मिलाकर टीम इंडिया ने शानदार खेल दिखाकर मैच ड्रॉ कराया और पांचवें और आखरी टेस्ट मैच में टी इंडिया के जीत की संभावना जगाई है यदि भारत पांचवां मैच जीत जाएगा तो यह सीरिज २-२ से बरारब हो सकती है।