Trump’s tariff attack causes panic: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ अटैक से दुनिया में हड़कंप मच गई है। विश्व के कई देशों का शेयर बाजार गिर गया है। भारत में भी शेयर बाजार के गिरने से निवेशकों को भारी नुकसान की आशंका सताने लगी है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टैरिफ नीति से दुनिया के कई देशों में खलबली मचा दी है। अमेरिका ने विभिन्न देशों के खिलाफ 20 प्रतिशत से लेकर 49 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। भारत पर 27 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है। जबकि चीन पर 34 प्रतिशत टैरिफ लगा है।
इन देशों ने भी जवाबी कार्यवाही के रूप में अपनी ओर से टैरिफ बढ़ा दी है। जहां तक भारत का प्रश्न है तो वह अभी वेट एंड वॉच की नीति पर अमल कर रहा है। भारत इस आपदा में भी अवसर ढूंढने की कोशिश कर रहा है। इधर चीन ने ट्रंप के टैरिफ अटैक से निपटने के लिए भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने की इच्छा जताई है और इसे भारत व चीन के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने का सही समय बताया है।
हालांकि भारत ने चीन की इस पेशकश पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया है कि बेशक भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके अच्छे मित्र हैं लेकिन उनके लिए अमेरिका का हित सबसे महत्वपूर्ण है। डोनाल्ड ट्रंप भारत सहित तीन देशों के साथ टैरिफ को लेकर वार्ता शुरू की है। जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि वे भारत सहित कुछ अन्य देशों के साथ टैरिफ में नरमी बरत सकते हैं।
फिलहाल तो उन्होंने सभी को एक ही लाठी से हांकने का काम किया है। जिसकी वजह से दुनिया में मंदी का खतरा मंडरा लगाने लगा है और पहले से ही दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ती महंगाई के और बढऩे की भी संभावना नजर आ रही है। डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति से दुनिया में तो हाहाकार मचा ही है। खुद अमेरिका में भी उनकी टैरिफ नीति के खिलाफ असंतोष देखने को मिल रहा है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू की गई।
विवादास्पद नीतियों के विरूद्ध अमेरिका के 50 से अधिक शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए और उनकी टैरिफ नीति का जमकर विरोध किया है। इस बारे में डोनाल्ड ट्रंप नें अमेरिकियों को समझाइश दी है कि वे शांति बनाये रखें, आयात शुल्क के लागू होने से अमेरिका में नई आर्थिक क्रांति आएगी और इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
डोनाल्ड टं्रप की इस नई टैरिफ नीति से भारत पर पडऩे वाले प्रभाव का जहां तक प्रश्न है तो निश्चित रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है। किन्तु आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप भारत के साथ नर्मी बरत सकते हैं। क्योंकि यदि भारत ने भी अपनी टैरिफ बढ़ा दी तो भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों पर इसका विपरित प्रभाव पड़ेगा, जो भारत के लिए कम और अमेरिका के लिए ज्यादा नुकसानदेह साबित होगा।
संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने टैरिफ अटैक को लेकर, जो चिंता जाहिर की थी। उसके जवाब में सरकार में स्पष्ट किया है कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए है और भारत की अर्थव्यवस्था पर इसका विपरीत प्रभाव कम से कम पड़े इसके लिए ऐहतियाती कदम उठाने पर मंथन किया जा रहा है। इससे यह उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत ट्रंप की नई टैरिफ नीति की काट सोच लेगा और इससे भारत के हित प्रभावित नहीं होंगे।