नई दिल्ली। THINK Gas: भारत की अग्रणी सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) कंपनी थिंक गैस भोपाल बगरोडा और भोपाल में अपने अग्रणी एलएनजी स्टेशनों के सफल परिचालन के बाद रणनीतिक रूप से 3 (तीन) नए एलएनजी फिलिंग हब के साथ लंबी दूरी के भारी वाहनों के लिए कम उत्सर्जन वाले परिवहन की दिशा में भारत को तेजी से ले जा रही है। ये तीन नए एलएनजी पंप आंध्र प्रदेश के अनंतपुर, नेल्लोर और तमिलनाडु के कांचीवरम जिले के वल्लम में स्थित हैं जो लंबी दूरी के भारी वाहनों को सेवा देने के लिए रणनीतिक स्थान पर हैं और इनमें 25 सितंबर तक परिचालन चालू होने की संभावना है।
इनके अलावा, और 3 एलएनजी फ्यूलिंग हम दिसंबर, 2025 तक परिचालन में आ जाएंगे। यह लंबी दूरी के भारी वाहनों को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने की इस कंपनी की प्रतिबद्धता प्रदर्शित करती है। थिंक गैस अपने सुस्थापित एलसीएनजी स्टेशनों (लिक्विफाइड टु कंप्रेस्ड नैचुरल गैस) के साथ नए एलएनजी हब को एकीकृत कर रही है जिससे निर्बाध वितरण सुगम हो सके, विस्तृत आधारभूत सुविधाओं का उपयोग हो सके और वाहनों के बेड़े का संचालन करने वाले ऑपरेटरों और लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं को कुशलता के साथ सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
थिंक गैस के प्रबंध निदेशक और सीईओ अभिषेक गुप्ता ने कहा, “भारत ऊर्जा परिवर्तन के एक नये युग में प्रवेश कर रहा है और थिंक गैस में हमें इस यात्रा में अग्रणी होने पर गर्व है। हमारे मौजूदा एलसीएनजी स्टेशनों में छह नए एलएनजी फिलिंग हब का जुड़ना, भारी वाणिज्यिक वाहन खंड में कम उत्सर्जन वाले ईंधन को अपनाए जाने में तेजी लाने और वाहन संचालकों को किफायती ईंधन उपलब्ध कराके आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के हमारे मिशन में एक बड़ा कीर्तिमान है।”
उन्होंने कहा, “वर्तमान में हम हमारे अधिकृत भौगोलिक क्षेत्रों में 18 एलसीएनजी स्टेशनों का परिचालन कर रहे हैं। लंबी दूरी के लिए कम उत्सर्जन परिवहन सॉल्यूशंस की बढ़ती मांग पूरी करने के लिए ये स्टेशन अब एलएनजी (THINK Gas) डिस्पेंसिंग क्षमताओं से युक्त किए जा रहे हैं। भारत के माननीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप वर्ष 2030 तक देश के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी छह प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का भारत ने लक्ष्य रखा है और विस्तृत एलएनजी ढांचा इस दिशा में आधारशिला होगी। सरकार की अनुकूल नीतियों, बढ़ते ओईएम प्रतिभाग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र पर कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के बढ़ते दबाव के साथ वाहन संचालक तेजी से डीजल से एलएनजी की ओर रुख कर रहे हैं और उत्सर्जन घटाने के साथ ही लागत घटा रहे हैं।”
थिंक गैस भारत के सबसे बड़े एलएनजी वाहन बेड़े का परिचालन करती है और इसके बेड़े में 61 विशेष परिवहन ट्रक शामिल हैं जो स्वच्छ ईंधन की देशभर में विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करते हैं। एक मजबूत लॉजिस्टिक आधार और 18 चालू एलसीएनजी स्टेशनों के बल पर यह कंपनी लंबी दूरी के माल ढुलाई गलियारों और प्रमुख औद्योगिक केंद्रों को व्यापक स्तर पर कुशलता के साथ सेवाएं देने की विशेष स्थिति में है। इन सुविधाओं के साथ एलएनजी से चलने वाले वाहनों के लिए सभी प्रमुख राष्ट्रीय मार्गों पर निर्बाध रूप से ईंधन भराना सुगम होगा जिससे उन्हें उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी लाते हुए पारंपरिक ईंधन पर निर्भरता घटाने में मदद मिलेगी।
थिंक गैस के सबसे उल्लेखनीय नवप्रवर्तनों में से एक है एलएनजी के लिए इसकी नेट मीटरिंग सेवा जो लॉजिस्टिक साझीदारों को रीयल टाइम में ईंधन के उपयोग पर नजर रखने की सुविधा देती है। इससे वाहनों के परिचालन में पारदर्शिता आती है, खर्च नियंत्रण में रहता है और लागत में बचत होती है। यहसेवा उन कंपनियों के लिए विशेष रूप से खास है जिन पर ईएसजी प्रतिबद्धताओं के तहत कार्बन उत्सर्जन खत्म करने का दबाव है।
इसके अलावा, इस कंपनी के स्टेशन एडवांस्ड बॉयल-ऑफ गैस (बीओजी) प्रबंधन प्रणाली से युक्त है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि कोई मिथेन गैस वातावरण में ना जाए। यह टेक्नोलॉजी ना केवल ईंधन को संरक्षित रखती है, बल्कि थिंक गैस की पेशकश की टिकाऊ विश्वसनीयता भी दोहराती है। थिंक गैस अग्रणी ओईएम, रेट्रोफिटर्स, लॉजिस्टिक फर्मों और ट्रांसपोर्टरों के साथ भी गठबंधन कर रही है जिससे सहज रूप से एलएनजी ट्रकों को अपनाया जा सके और ईंधन भरने की ढांचागत सुविधाओं के हिसाब से वाहनों की उपलब्धता सुगम हो।
इस महत्वाकांक्षा विस्तार और ढांचागत विकास के जरिए थिंक गैस अपनी एलएनजी सुविधा का ही विस्तार नहीं कर रही, बल्कि यह भारत में स्वच्छ परिवहन के भविष्य को आकार दे रही है। प्रमुख माल ढुलाई गलियारों और औद्योगिक केंद्रों में एलएनजी तक निर्बाध पहुंच को सुगम बनाकर यह कंपनी टिकाऊ, कम उत्सर्जन वाले लॉजिस्टिक्स की दिशा में रुख को तेज गति दे रही है। अधिक मांग वाले मार्गों जैसे दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा, पूर्वी माल भाड़ा गलियारा और दक्षिणी आर्थिक पट्टी में गठबंधन के साथ थिंक गैस भारत के ग्रीन फ्रेट रुख में एक उत्प्रेरक के तौर पर काम करने की मजबूत स्थिति में है।
थिंक गैस के बारे में इस समूह की इकाइयां विलय उपरांत ब्रांड के तहत परिचालन कर रही हैं और भारत के सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) कारोबार में अग्रणी अग्रणी हैं। हमें सीजीडी आधारभूत ढांचा विकसित करने और आंध्र प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु जैसे 10 राज्यों के 50 जिलों में प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराने के लिए पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन कार्यरत पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामकीय बोर्ड (पीएनजीआरबी) द्वारा 19 सीजीडी लाइसेंस दिए गए हैं।
हमारा सीजीडी नेटवर्क वाहनों में उपयोग के लिए सीएनजी और घरों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति करता है। अगले कुछ वर्षों में हमारे नेटवर्क में 24,000 इंच किलोमीटर से अधिक की स्टील पाइपलाइनें, 2,000 से अधिक सीएनजी स्टेशन होंगे जो 3,24,000 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र कवर करते हुए 18 करोड़ से अधिक ग्राहकों की जरूरतें पूरी कर रहे होंगे। भारत में ग्रीनफील्ड सीजीडी कारोबार में थिंक गैस के पास सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) है। इसके प्रमुख निवेशकों में आई-स्क्वार्ड कैपिटल और ओसाका गैस, ज्वाइन, सुमितोमो कॉरपोरेशन एवं कोनिका ट्रांसपोर्ट का जापानी कंसोर्टियम शामिल है। हमें सभी कारोबारी व्यवस्थाओं जैसे सुरक्षा, ईएसजी, मार्केटिंग, सीआरएम, खरीद, टिकाऊपन और जोखिम प्रबंधन में हमारे योगदान के लिए विभिन्न उद्योग मंचों द्वारा सम्मानित किया गया है।