Editorial: इंग्लैंड में लीजेंड्स क्रिकेट लीग खेली जा रही है जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाना था जिसे रद्द कर दिया गया है। गौरतलब है कि इस टूर्नामेन्ट के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के तीन सीनियर खिलाडियों का चयन किया गया था उसमें शामिल सिखर धवन ने पाकिस्तान के साथ मैच खेलने से यह कह कर इंकार कर दिया था कि उनके लिए देश का स्वाभिमान पहले है और खेल बाद में है।
पाकिस्तान ने पुलवामा में आतंकी हमला कराकर यह साबित कर दिया है कि उसमें आतंक की राह नहीं छोड़ी है। इसलिए ऐसे आतंकवादी देश के साथ क्रिकेट खेलने का प्रश्न ही नहीं उठता। सिखर धवन के इंकार करने के बावजूद इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर प्लेयरों ने पाकिस्तान के साथ मैच खेलने के लिए प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया था किन्तु इसी बीच एक खबरिया चैनल पर लीजेंड्स क्रिकेट लीग में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच के विरोध में मुहिम चलाई गई जिसका असर यह हुआ की भारतीय क्रिकेट प्रेमियों ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच का विरोध करना शुरू कर दिया।
नतीजतन अयोजकों को यह मैच रद्द करना पड़ा। निश्चित रूप से यह फैसला स्वागत योग्य है जो पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद की आग को भड़काने से बाज नहीं आ रहा है उसके साथ भारत को किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं रखना चाहिए। होना तो यह चाहिए था कि इस टूर्नामेन्ट के शुरू होने से पूर्व ही भारतीय क्रिकेट टीम के कर्णधारों को यह स्पस्ट कर देना था कि इस टूर्नामेन्ट में भाग तो लेंगे लेकिन पाकिस्तान के साथ कोई भी मैच नहीं खेेलेंगे।