Terrorist : कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों के हौसले बुलंद होने लगे है। हालांकि भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ रखा है लेकिन वहां सक्रीय आतंकवादी कश्मीर घाटी में दहशत का माहौल पैदा करने में सफल हो रहे है। अब उन्होने टरगेट किलिंग शुरू की है।
दो बिहारी प्रवासी मजदूरों की गोलीमार कर हत्या करने के बाद कश्मीर में सक्रीय एक आतंकवादी (Terrorist) संगठन ने चेतावनी जारी की है कि कश्मीर से सभी गैर कश्मीरी बाहर चले जाएं वरना उनका अंजाम बुरा होगा। एक सप्ताह के भीतर वहां अब तक ११ प्रवासी लोगों की जघ्न्य हत्या कर दी गई है। इससे वहां जाकर कमाने खाने वाले प्रवासी मजदूरों में भय का माहौल पैदा हो गया है और जम्मू के रेलवे स्टेशन में प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमडऩे लगी है।
वे सभी जल्द से जल्द अपने राज्यों में लौटना चाहते है। उनका कहना है कि कश्मीर घाटी उनके लिए सुरक्षित नहीं है इसलिए अब वे फिर कभी लौट कर यहां नही आएंगे। हाल में ही हुई इन घटनाओं से एक बार फिर 90 का दशक याद आता है जब वहां कश्मीरी पंडितों के खिलाफ इसी तरह आतंक और भय का माहोल पैदा किया गया था।
चून चून कर कश्मीरी पंडि़तों को निशाना बनाया गया था इसकी वजह से लाखों की संख्या में कश्मीरी पंडित कश्मीर घाटी छोडऩे पर बाद्ध हो गए थे। वे आज भी अपने ही देश में दूसरे राज्यों में शरण लिए हुए है। जाहिर है एक बार फिर कश्मीर में 90 के दशक वाले हालात पैदा करने की कोशिश की जा रही है इसलिए केन्द्र सरकार को इसपर तत्काल कड़े कदम उठाने होंगे।
केन्द्रिय गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर एक्शन प्लान तैयार किया है और कश्मीर में रहने वाले गैर कश्मीरियों की सुरक्षा के इंतजाम करने की कवायद भी शुरू की है।
सबसे जरूरी यह है कि कश्मीर में जो भी आतंकवादी (Terrorist) बचे हुए है उनके खिलाफ भारतीय सेना और सुरक्षाबल अपने अभियान को और तेज करें, साथ ही इन आतंकवादियों के हिमायतियों के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही करें अन्यथा कश्मीर में हालात और बिगड़ते गए तो फिर वहां से गैर कश्मीरी पलायन के लिए विवश हो जाएंगे।