Team India’s shameful defeat: टी-20 सीरिज में श्रीलंका को 3-0 से हराकर सीरिज अपने नाम करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम श्रीलंका के खिलाफ वन डे सीरिज में निराशाजनक प्रदर्शन कर रही है।
भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने पहला वन डे मैच टाई करा दिया था जबकि वह मैच भारत आसानी से जीत सकता था। किन्तु कप्तान रोहित शर्मा के अलावा किसी भी बल्लेबाज ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और 230 रनों का लक्ष्य पहाड़ जैसा बन गया।
नतीजतन मैच टाई हो गया था। दूसरे वन डे मैच में भी भारतीय गेंदबाजों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और श्रीलंका को 240 रनों पर रोक दिया। इस मामूली लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार शुरूआत की।
टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने धुंआधार पारी खेली और 13 ओवर में ही भारतीय टीम का स्कोर 92 रन हो गया। रोहित शर्मा के 64 रन पर आउट होने के तत्काल बाद शुभमन गिल भी 35 रन बनाकर आउट हो गए और उसके बाद तो तु चल मैं आया कि कहावत को चरितार्थ करते हुए टीम इंडिया के मिडिल आर्डर ने घुटने टेक दिए।
शिवम दुबे और केएल राहुल अपना खाता भी नहीं खोल पाए। वहीं विराट कोहली का बल्ला भी नहीं चला। और सिर्फ 14 रन बनाकर चलते बने। श्रीलंका के स्पीनर बैडरसे ने 35 रन देकर 6 विकेट झटक लिए और भारतीय टीम 29 ओवर में ही ऑल आउट हो गई।
भारत को 32 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस प्रदर्शन के बाद कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा अपने बल्लेबाजों पर बरस पड़े। जिन्होंने टीम इंडिया को शर्मनाक पराजय झेलने पर बाध्य कर दिया।
श्रीलंका के खिलाफ वन डे सीरिज का अब एक और मैच होना बाकी है यदि उसमें भारत जीत जाता है तो यह श्रृंखला ड्रा हो जाएगी और विश्व चैंपियन टीम इंडिया की इज्जत कुछ हद तक बच जाएगी।
गौरतलब है कि इसी साल चैंपियन ट्राफी होने जा रही है। ऐसे में यदि टीम इंडिया श्रीलंका जैसी टीम से सीरिज हार जाती है तो उससे चैंपियन ट्राफी में भारतीय क्रिकेट टीम से अच्छे प्रर्दशन की उम्मीद भला कैसे की जा सकती है।
श्रीलंका के खिलाफ आखिरी वन डे में टीम इंडिया के भीतर बड़े बदलाव करना निहायत जरूरी है। केएल राहुल की जगह इशान किशन को मौका दिया जाना चाहिए जो लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे हंै।
इसी तरह श्रेयस अय्यर और शिवम दुबे की जगह सूर्यकुमार यादव और रिंकू सिंह जैसे खिलाडिय़ों को भी वन डे टीम का हिस्सा बनाना चाहिए। तभी वन डे टीम बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी।