Situation of civil war in Pakistan: पड़ौसी देश पाकिस्तान में अब गृह युद्ध के हालात पैदा हो गये है। पाक अधिकृत कश्मीर में सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटने लगा है। लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आये है और पीओके की आजादी की मांग उठाने लगे है।
गिलगिट और बालटिस्तान में भ शहबाज शरीफ की सरकार के विरूद्ध जन आक्रोश फैलता जा रहा है और वहां के लोगों ने चीन की गर्दन ही दबा दी है। चीन ने 1978 में जो हाइवे बनाया था उसे भी लोगो ने अवरूद्ध कर दिया है। जिसकी वजह से चीन को भारी नुकसान हो रहा है।
लगभग 260 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के रखरखाव और सुरक्षा के लिए चीन पाकिस्तान की सेना को मोटी रकम देता रहा है। क्योंकि इस पर उसने अरबों रूपये का निवेश किया है। अब चीन इस हाइवे पर चीनी सेना की तैनाती करने पर विचार कर रहा है। यदि ऐसा हुआ तो पीओके में हालात और ज्यादा खराब हो सकते है।
शहबाज शरीफ की सरकार और पाकिस्तानी सेना के विरूद्ध पीओके में जो बगावत की आंधी उठी है। वह बहुत जल्द तूफान के रूप में तब्दील हो सकती है।
जाहिर है पाकिस्तान में गृह युद्ध के हालात निर्मित हो रहे है और ऐसी स्थिति में शहबाज शरीफ की सरकार इन बिगड़ते हालातों पर काबू पाने में सफल हो पायेगी इसे लेकर संदेह है। इसके बाद भी पाकिस्तान के हुक्मरान सबक नहीं सीख रहे है।
उनके खुद के घर में आगे लगी हुई है फिर भी वे भारत के खिलाफ बांग्लादेश की कट्टपंथी ताकतों की मदद कर रहे है। कश्मीर में भी आतंकवाद की आग को हवा देने से बाज नहीं आ रहे है। यह समय भारत के लिए अनुकुल है।
जब वह पीओके पर कब्जा कर सकता है किन्तु शायद भारत यह चाहता है कि उसे पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्यवाही न करना पड़े और पीओके के लोग खुद ही भारत में शामिल होने की घोषणा कर दें।