म्यूचुअल फंड्स की इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश अक्टूबर में लगभग 19 प्रतिशत घटकर 24,690 करोड़ रुपये रह गया। यह लगातार तीसरा महीना है जब इक्विटी इनफ्लो में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, व्यवस्थित निवेश योजनाओं (SIP Record Investment) में खुदरा निवेशकों का भरोसा बरकरार रहा। अक्टूबर में SIP के जरिए 29,529 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यह सितंबर के 29,631 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड को पार करते हुए भारतीय निवेशकों के दीर्घकालिक निवेश रुझान को दर्शाता है।
म्यूचुअल फंड डेटा की झलक
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार, गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में इस महीने 7,743 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जिससे इस श्रेणी का एयूएम (प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां) एक लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश 22% की गिरावट के साथ 33,430 करोड़ रुपये रहा था। सितंबर में यह और घटकर 30,421 करोड़ पर आ गया। अक्टूबर में कुल निकासी 38,920 करोड़ रुपये रही, जबकि इक्विटी योजनाओं द्वारा जुटाई गई राशि 63,611 करोड़ रुपये दर्ज की गई।
इक्विटी योजनाओं (SIP Record Investment) का एयूएम 31 अक्टूबर तक बढ़कर 35.16 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया, जो सितंबर में 33.68 लाख करोड़ रुपये था। डेट सेगमेंट में सकारात्मक गतिविधियों के चलते, कुल म्यूचुअल फंड उद्योग का एयूएम 5% से अधिक बढ़कर 79.88 लाख करोड़ रुपये हो गया। गोल्ड ईटीएफ में जहां अक्टूबर में हल्की गिरावट दर्ज की गई, वहीं सिल्वर ईटीएफ में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ और इस श्रेणी का एयूएम अब 42,000 करोड़ रुपये के पार चला गया।
16.25 लाख करोड़ पहुंचा एसआईपी का एयूएम
म्यूचुअल फंड एसोसिएशन (AMFI) के सीईओ वी.एन. चलसानी ने बताया कि एसआईपी एयूएम (SIP Record Investment) अब बढ़कर 16.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो पूरे म्यूचुअल फंड उद्योग के कुल एयूएम का लगभग 20% हिस्सा है। सक्रिय एसआईपी खातों की संख्या 9.25 करोड़ से बढ़कर 9.45 करोड़ हो गई है, जबकि कुल खातों की संख्या 9.73 करोड़ पहुंच गई। अक्टूबर में जहां 60 लाख नए खाते खुले, वहीं 45 लाख खातों को बंद किया गया।

