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Sholay Full Version : शोले की ‘धुआंधार’ वापसी — इस बार बिना कट के…सीधे इटली में…

नई दिल्ली, 24 जून। Sholay Full Version : 1975 में रिलीज़ हुई ‘शोले’ को सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखा और रमेश सिप्पी ने निर्देशित किया था। फिल्म में जय और वीरू की दोस्ती, गब्बर सिंह की खलनायकी और ठाकुर बलदेव सिंह की न्यायप्रियता जैसे किरदार आज भी भारतीय सिनेमा की आत्मा माने जाते हैं।

“कुछ फिल्में जीवनभर के लिए स्मृति में अंकित हो जाती हैं। शोले मेरे लिए वैसी ही एक फिल्म है।”

अमिताभ बच्चन, ‘जय’ के किरदार में

शोले की ताकत — संवाद, किरदार और सिनेमा की (Sholay Full Version)भाषा

मुख्य कलाकार:

अमिताभ बच्चन (जय)

धर्मेंद्र (वीरू)

संजीव कुमार (ठाकुर)

हेमा मालिनी (बसंती)

जया बच्चन (राधा)

अमजद खान (गब्बर सिंह)

प्रसिद्ध संवाद:

“कितने आदमी थे?”

“जो डर गया, समझो मर गया।”

“बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना।”

ग्लोबल सिनेमा में ‘शोले’ की अहमियत

Cinema Ritrovato जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर बिना कट के वर्जन की स्क्रीनिंग भारतीय सिनेमा की विरासत को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाती (Sholay Full Version)है। फिल्म के मूल संस्करण को बहाल कर प्रेसर्वेशन की दिशा में बड़ा कदम भी माना जा रहा है।

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