Shikhar Sammelan : जी-२० देशों में भारत को एक साल के लिए अपना अध्यक्ष चुना है। भारत में जी-२० देशों का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। इसके लिए भारत ने जी-२० शिखर सम्मेलन के लिए जो लोगो बनाया है उसमें भारतीय पुष्प कमल को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के रंग में स्थान दिया गया है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-२० शिखर सम्मेलन का या लोगो जारी किया है। इस लोगो को लेकर कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने आपत्ति उठाई है। उनका कहना है कि भाजपा जी-२० शिखर सम्मेलन में भी अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह कमल का प्रचार कर रही है।
विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी इसपर सवालिया निशान (Shikhar Sammelan) लगाते हुए सरकार से लोगो के प्रतीक चिन्ह पर पुनर्विचार करने की मांग की है। लोगों को लेकर इस तरह का विवाद कतई उचित नहीं है। चूंकि भारत में जी-२० शिखर सम्मेलन होने जा रहा है और भारत को ही एक साल के लिए इसका अध्यक्ष चुना गया है तो ऐसे में उस लोगो में भारत के किसी भी राष्ट्रीय चिन्ह को स्थान तो मिलना ही था। यदि सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय फूल कमल का चयन किया है तो इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। कमल का फूल पवित्रता का प्रतीक है और उसमें वसूधैव कुटुंबकम की भावना निहीत है। यह अलग बात है कि कमल का फूल भाजपा का भी चुनाव चिन्ह है।
ऐसे में यह आरोप लगाना समझ से परे है कि भाजपा ने जी-२० शिखर सम्मेलन के लोगो में कमल फूल का उपयोग कर अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह का प्रचार करने की कोशिश की है। हर बात को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए। कंाग्रेस को यह भी नहीं भूलना चाहिए कि १९५० में कांग्रेस शासनकाल में ही कमल के फूल को राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया था क्योंकि कमल का फूल पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कमल की उत्पत्ति भगवान विष्णु की नाभि से हुई है और कमल के फूल को ही ब्रम्हा जी ने अपना आसन बनाया है।
लक्ष्मी माता और सरस्वती जी भी कमल के फूल पर ही विराजमान रहती है। ऐसे फूल को यदि जी-२० शिखर सम्मेलन के लोगो में शामिल किया गया है तो यह भारतीयों के लिए गर्व की बात है लेकिन राजनीतिक विद्वेश के चलते अब इसे लेकर व्यर्थ का बवाल खड़ा किया जा रहा है जो अनुचित है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि जी-20 का लोगो भी भाजपा का चुनाव चिन्ह बन गया है।
जयराम रमेश ने कहा कि एक वैश्विक संगठन (Shikhar Sammelan) की मेजबानी के लिए जारी लोगो पर कमल की फोटो होना एक तरह की बेशर्मी है। जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि 70 साल पहले, नेहरू ने कांग्रेस के झंडे को भारत का झंडा बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। अब, भाजपा का चुनाव चिन्ह जी20 की अध्यक्षता का आधिकारिक लोगो बन गया है! हमें पता था कि मोदी और भाजपा बेशर्मी से खुद को बढ़ावा देने का कोई मौका नहीं गंवाएंगे।