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Share Market Crash : शेयर बाजार में हाहाकार…भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ का झटका…सेंसेक्स 647 और निफ्टी 200 अंक गिरा…

Share Market Crash

Share Market Crash

Share Market Crash : अमेरिकी सरकार द्वारा भारत पर 50% आयात टैरिफ की आधिकारिक घोषणा के बाद मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली (Heavy Selling) देखी गई। अमेरिका ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की अधिसूचना जारी कर दी है, जो 27 अगस्त से लागू होगी। इस फैसले से निवेशकों का भरोसा हिल गया और बाजार खुलते ही घबराहट में बिकवाली तेज हो गई।

सेंसेक्स-निफ्टी में बड़ी गिरावट

सुबह 9:48 बजे तक BSE सेंसेक्स 647 अंक टूटा।

NSE निफ्टी 200 अंक लुढ़क गया।

सेंसेक्स 258.52 अंक (0.32%) गिरकर 81,377.39 पर खुला।

निफ्टी 68.25 अंक (0.27%) फिसलकर 24,899.50 पर कारोबार शुरू हुआ।

सेंसेक्स की केवल 5 कंपनियां हरे निशान में

30 में से सिर्फ 5 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ खुले, जबकि 21 शेयर लाल निशान में रहे।

बढ़त वाले शेयर : टाइटन (+0.49%), हिंदुस्तान यूनिलीवर (+0.37%), बजाज फाइनेंस (+0.12%), ट्रेंट (+0.08%), SBI (+0.04%)।

गिरावट वाले शेयर : सनफार्मा (-0.97%), ICICI बैंक (-0.83%), NTPC (-0.83%), भारती एयरटेल (-0.80%), एक्सिस बैंक (-0.74%), टेक महिंद्रा (-0.70%), इंफोसिस (-0.68%) समेत अन्य।

बिना बदलाव : टाटा मोटर्स, मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और BEL।

सबसे ज्यादा दबाव आईटी और बैंकिंग शेयरों पर

आईटी सेक्टर : टेक महिंद्रा, इंफोसिस, TCS, HCL Tech में गिरावट।

बैंकिंग सेक्टर : ICICI बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, HDFC बैंक(Share Market Crash) के शेयर टूटे।

रिलायंस, एलएंडटी, अडाणी पोर्ट्स, पावरग्रिड जैसे दिग्गज भी दबाव में।

निवेशकों में चिंता क्यों?

अमेरिका द्वारा टैरिफ 50% तक बढ़ाने से भारत से अमेरिका को होने वाले एक्सपोर्ट (Export) पर सीधा असर पड़ेगा। इससे ऑटो, मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल, IT और फार्मा सेक्टर पर सबसे ज्यादा दबाव आ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत सरकार(Share Market Crash) ने जल्द काउंटर पॉलिसी नहीं बनाई तो अगले कुछ हफ्तों में विदेशी निवेश (FII) का बहाव और तेज़ी से बाहर जा सकता है।

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