Preparation of petition against Nishikant Dubey: भाजपा के निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर नया बवाल खड़ा कर दिया है। अब उनके खिलाफ अवमानना का मामला बनने जा रहा है। और इस बारे में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है। जाहिर है सांसद निशिकांत दुबे की परेशानी बढऩे वाली है। सुप्रीम कोर्ट पर उन्होंने जो टिप्पणी की थी उससे भाजपा ने पहले ही खुद को अलग कर लिया है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्पष्ट कर दिया था कि सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर जो बयान दिया है। वह उनका निजी विचार है इससे भाजपा सहमत नहीं है। यही नहीं बल्कि निशिकांत दुबे को इस तरह की विवादास्पद बयानबाजी से परहेज करने की भी नसीहत दी गई है। इसके बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि निशिकांत दुबे अपने बयान के लिए खेद जताएंगे और माफी मांगेंगे लेकिन अभी तक उन्होंने ऐसा नहीं किया है।
नतीजतन निशिकांत दुबे के खिलाफ अवमानना याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अनस तनवीर ने इस याचिका की मंजूर के लिए सुप्रीम कोर्ट में आवेदन किया तो सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस याचिका को आप दायर कर सकते हैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी आवश्यक नहीं है। जाहिर है अब सांसद निशिकांत दुबे को सर्वोच्च न्यायालय की अवमानना के आरोप में घिरना होगा और सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखना होगा।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट पर आरोप लगाने के बाद से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गये हैं और विपक्ष के नेता लगातार उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। किन्तु भारतीय जनता पार्टी ने निशिकांत दुबे के बयान से खुद को अलग करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की गई। नतीजन अब उन्हें सुप्रीम कोर्ट में अदालत की अवमानना की कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा।