उन्नाव/नवप्रदेश। Police Claim : उन्नाव जिले में अनुसूचित जाति की छात्रा से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में पुलिस ने उसके साथी छात्र को गिरफ्तार कर घटना के खुलासे का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी और छात्रा में प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी युवक शक्तिवर्धक दवा खाकर छात्रा के घर पहुंचा था। दुष्कर्म में हैवानियत के चलते छात्रा का अत्यधिक खून बह गया था।
बेहोश होने पर छात्रा को उसके हाल पर छोड़कर आरोपी भाग निकला। अत्यधिक खून बह जाने से छात्रा की मौत हो गई। सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी शिक्षामित्र की बेटी की गुरुवार को हत्या कर दी गई थी। उसका निर्वस्त्र शव घर में फर्श पर मिला था। मृतका के पिता ने पड़ोस में रहने वाले युवक और महिला पर शक जाते हुए हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा से हैवानियत की पुष्टि हुई थी।
विरोध करने पर भी छात्रा को नहीं छोड़ा
तफ्तीश की शुरुआत में पुलिस नामजद आरोपियों से पूछताछ (Police Claim) में उलझी रही। मृतका के मोबाइल का लॉक तोड़ने के बाद व्हाट्सएप चैट निकाली गई तो घटना का सच सामने आया।
शुक्रवार रात को ही एसओजी ने माखी थानाक्षेत्र के गांव रावतपुर निवासी रामबरन गौतम उर्फ राज और उसके दो साथियों को उठाया था। रामबरन उर्फ राज एमए प्रथम वर्ष का छात्र है। वह शहर के बाईपास स्थित अनुसूचित जाति छात्रावास में रहकर आईएएस की तैयारी कर रहा है।
पूछताछ में आरोपी छात्र ने बताया कि छात्रा ने फोन कर घर में अकेले होने की बात बताई थी। उससे मिलने जाने से पहले उसने शक्ति वर्धक (कामोत्तेजक) दवा की तीन गोलियां दवा दुकान से खरीदकर खाई थीं।
छात्रा के घर पहुंचने पर उसने छात्रा के साथ जबरदस्ती की। उसने विरोध किया लेकिन वह नहीं माना और दुष्कर्म किया। उधर, एसपी ने खुलासे में कोतवाल राजेश पाठक और एसओजी प्रभारी प्रदीप कुमार और उनकी टीम को बधाई दी है।
फोर्सफुल तरीके से दुष्कर्म में ऐसी चोट और समय पर इलाज न मिलने से मौत हो सकती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी है, उसमें बाहर की तरफ किसी चोट का जिक्र नहीं है। जो भी चोट है, वह अंदर है।
जबकि एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा (Police Claim) का कहना है कि, नाजुक अंग में अगर कोई चीज घोंपी गई होती तो बाहर भी चोटें आईं होतीं। अभी दुष्कर्म और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। आगे जो भी तथ्य आएंगे, उसके अनुसार धाराएं बढ़ाई जाएंगी।