Editorial: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराने का दावा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को आखिरकार पाकिस्तान ने भी आईना दिखा दिया। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने की क्रेडिट लुटने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने 30 बार यह झूठ बोला था कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान पर व्यापार रोकने की चेतावनी देकर सीजफायर कराया था जिसका भारत ने खंडन किया था इसके बावजूद डोनाल्ड ट्रंप लगातार इसका श्रेय लुटने के लिए झूठ बोलते रहे। डोनाल्ड ट्रंप के ऐसे बयानों को भारत में विपक्षी पार्टियों ने भी बड़ा मुद््दा बना लिया था और उन्होंने भारत पर अमेरिका के सामने झुकने का आरोप लगाया था।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तो इसे लेकर नरेन्द्र सरेंडर का नारा ही उछाल दिया था किन्तु अब खुद पाकिस्तान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के झूठ का पर्दाफाश करते हुए उनके खोखले दावे की पोल खोलकर रख दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उपप्रधानत्री इशाक डार ने अलजजीरा को दिये गये एक इंटरव्यू में यह स्पष्ट कर दिया है कि आपरेशन सिंदूर के बाद किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं हुई थी, इस बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री मारको रूबीयों ने भी पाकिस्तान के साथ बातचीच के दौरान यह माना था कि इस मामले में भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता करने के लिए तैयार नहीं है।
इसके बाद भी डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर कराने का दावा करना जारी रखा था। बाद में उन्होंने अपने बयान में थोड़ा संशोधन कर यह कहना शुरू किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को खत्म करने में मदद की थी लेकिन भारत ने उनके इस दावे को भी खारिज करते हुए स्पष्ट कर दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों देशों की सेनाओं के महानिदेशकों के बीच हुई बातचीत के बाद भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर के लिए सहमति दी थी और पाकिस्तान को यह भी चेतावनी दी थी कि यदि इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कोई आतंकवादी घटना को अंजाम दिया तो उसे युद्ध माना जाएगा और आपरेशन सिंदूर फिर शुरू हो जाएगा।
भारत की बात को पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार ने सही साबित कर दिया है और उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान तो भारत के साथ हर तरह की बातचीत के लिए हमेशा तैयार है लेकिन भारत ही बातचीत के लिए तैयार नहीं हो रहा है और इसके लिए पाकिस्तान भारत से याचना नहीं करेगा। वैसे उन्होंने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान के साथ भारत भविष्य में बातचीत के लिए तैयार होगा।
इशाक डार के इस बयान से स्पष्ट है कि अब पाकिस्तान भारत के साथ रिश्ते सुधारने का इच्छुक है लेकिन उसे समझ लेना चाहिए कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद की आग को हवा देना बंद नहीं करेगा तब तक उसके साथ भारत बातचीत के लिए अपने दावाजे नहीं खोलेगा।