Pakistan should be declared a terrorist country: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने आखिरकार यह बात कबूल कर ली है कि पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से आतंवकवादियों को फंडिंग करता रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में यह कबूल किया है कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों का समर्थन करता रहा है। पिछले कई सालों से वह अमेरिका के इशारे पर यह काम करता रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकारा है कि ऐसा करके हम गलती कर रहे थे और अब हमें इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ रहा है।
पाकिस्तान के जिम्मेदार रक्षा मंत्री के इस बयान के बाद अब इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है कि पाकिस्तान आतंकवाद का पर्याय बन चुका है। खासतौर पर भारत में तो जितनी भी आतंकी घटनाएं हुर्इं हैं। उसके पीछे पाकिस्तान का ही हाथ रहा है। और ऐसी तमाम आतंकी घटनाओं के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सबूत भारत ने उसे सौंपे भी हैं लेकिन पाकिस्तान इससे इंकार करता रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे भी पाकिस्तान ही हाथ है। यह बात भी पाकिस्तान कबूल नहीं कर रहा है। उल्टे भारत पर आरोप लगा रहा है कि भारत पाकिस्तान को बदनाम कर रहा है। बहरहाल भारत ने अब पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्यवाही शुरू कर दी है।
जिससे पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जांच कराने की बात कही है और इसके लिए उसने अपने दोस्त चीन का नाम लिया है। उसे उम्मीद है कि यदि ऐसी कोई जांच होती है तो चीन उसे क्लीन चीट दे देगा। गौरतलब है कि भारत ऐसी किसी भी जांच का समर्थन नहीं कर रहा है। भारत को अमेरिका और रूस सहित तमाम यूरोपीय देशों का समर्थन प्राप्त है। जबकि पाकिस्तान के साथ सिर्फ चीन है। बहरहाल अब यही समय है जब भारत पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश घोषित कराने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक पहल तेज करे।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान के बाद अब और किसी प्रमाण की आवश्यकता ही नहीं रह गई है कि पाकिस्तान आतंकवाद का न सिर्फ जनक है बल्कि आतंकवादियों का सुरक्षित पनाहगाह भी है। लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद सहित अनेक कुख्यात आतंकवादी संगठनों को पाकिस्तान पाल रहा है। इन आतंकवादियों को पाकिस्तान की आर्मी प्रशिक्षण देती है। और हथियार भी मुहैया कराती है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी एक पाकिस्तानी आतंकी संगठन ने जिम्मेदार ली थी। यह बात अलग है कि बाद में उसने इससे इंकार कर दिया था।
पाकिस्तान का घिनौना चेहरा सारी दुनिया के आगे बेनकाब करके भारत को अब अपनी पूरी ताकत इस काम में लगा देनी चाहिए कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश घोषित हो जाये। वैसे भी पाकिस्तान सारी दुनिया से अलग थलग पड़ चुका है। यहां तक की इस्लामिक देश भी पाकिस्तान से किनारा कर चुके हैं। भारत के लिए यह सुनहरा अवसर है, जिसे उसे चूकना नहीं चाहिए। वैसे तो पास्कितान लगातार भारत को जंग के लिए उकसाने की कार्यवाही कर रहा है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से वह सीमा पर तनाव बढ़ा रहा है और पाकिस्तानी रेंजर सीज फायर का उल्लंघन कर गोलीबारी कर रहे हैं।
जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। यही नहीं बल्कि पाकिस्तान भारतीय सीमा में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की भी नाकाम कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान के हुक्मरान लगातार भारत को गिदड़ भभकी दे रहे हैं और पाकिस्तान के परमाणु शक्ति संपन्न होने का दम भरते हुए भारत को अपरोक्ष रूप से जंग के लिए ललकार रहे हैं। भारतीय सेना भी हर चुनौती से निपटने की तैयारी कर चुकी है। ऐसे में दोनों देशों के बीच कभी जंग की नौबत आ सकती है। जंग की बात अलग है कि लेकिन भारत को सैन्य कार्यवाही के साथ ही अपने कूटनीतिक प्रयास भी तेज कर देने चाहिए ताकि पाकिस्तान एक आतंकवदी देश घोषित हो जाये तभी उसकी अक्ल ठिकाने लगेगी।