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संपादकीय: खुद अपनी कब्र खोदने पर उतारू पाकिस्तान

Pakistan is bent on digging its own grave

Pakistan is bent on digging its own grave

Pakistan is bent on digging its own grave: पड़ौसी देश पाकिस्तान विनाशकाले विपरीत बुद्धि वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए भारत के साथ एक और जंग लडऩे की अपनी ख्वाहिश को पूरा करने की कोशिश करके खुद अपने हाथों अपनी कब्र खोदने पर उतारू है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के नौ आतंकी अड्डों को तहस नहस कर दिया तो इससे बौखलाकर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जंग का आगाज कर दिया है।

यद्यपि अभी तक न तो पाकिस्तान ने और न ही भारत ने अधिकृत रूप से दोनों देशों के बीच जंग छिडऩे का ऐलान नहीं किया है लेकिन सच्चाई तो यही है कि पाकिस्तान ने जंग छेड़ दी है और इसके जवाब में भारतीय सेना भी पलटवार करके उसे मुंहतोड़ जवाब दे रही है। बीती रात पाकिस्तान में भारत के 15 सैन्य टिकानों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की। भारत ने इसके जवाब में फिर से मिसाइल दागी और पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमान सहित उसके सौ से ज्यादा ड्रोन को मार गिराया। यही नहीं बल्कि पाकिस्तान के लाहौर स्थित एयर डिफेन्स सिस्टम को भी भारत ने तबाह कर दिया।

इसके बाद भी पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने नहीं लग रही है और वह चीन से खैरात में मिले हथियारों की बदौलत भारत से जंग लडऩे के लिए उतारू है। पाकिस्तान को चीन हर संभव मदद मुहैया करा रहा है इसका सबूत यह है कि भारत ने पाकिस्तान की एक ऐसी मिसाइल को भी नेस्तनाबूत किया है जो चीन में बनी हुई है। जाहिर है भारत के खिलाफ जंग तो पाकिस्तान लड़ रहा है लेकिन इसके पीछे चीन का ही हाथ है। बहरहाल भारत ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है और यह आगे भी जारी रहेगा।

आपरेशन सिंदूर के पहले चरण की सफलता के बाद सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान के खिलाफ अभी भी आपरेशन सिंदूर जारी है। सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक पार्टियों ने सरकार और भारतीय सेना की कार्यवाही का समर्थन किया है यही वजह है कि भारतीय सेना के जवानों के हौसले बुलंद हैं वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को संसद में विपक्षी पार्टियां गीदड़ करार दे रही है। और पाकिस्तानी सेना के प्रमुख अनिस मुनीर की भी कड़ी आलोचना कर रही है। जिस देश का विपक्षी दल भी सरकार के साथ नहीं है वह भला भारत के साथ जंग करके आखिर क्या हासिल कर पाएगा।

वैसे भी पाकिस्तानी सेना के हौसले पस्त हो चुके हैं। भारतीय वायु सेना के पराक्रम के आगे पाकिस्तानी फाइटर जैट एक के बाद एक तबाह हो रहे हैं। इससे डरे हुए पाकिस्तानी पायलटों ने तो अपने हाथ खड़े करते हुए फाइटर प्लेन उड़ाने से ही इंकार कर दिया है। जाहिर है पाकिस्तान में भारतीय सेना के पलटवार से दहशत फैल गई है। पाकिस्तान के सभी हमले नाकाम हो रहे हैं। और अब भारतीय सेना पाकिस्तान के खिलाफ और बड़ी कार्यवाही करने जा रही है। जिससे पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। चीन से आयातित उसका डिफेन्स सिस्टम पूरी तरह से तबाह हो चुका है। ऐसे में अब यदि अब भारतीय वायु सेना पाकिस्तान पर प्रहार करती है तो पाकिस्तान का धुंआ धुंआ हो जाना लाजमी है।

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना ने आपरेशन सिंदूर के पहले चरण में सिर्फ आतंकी अड्डों को निशाना बनाया था। पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर उसने कोई हमला नहीं किया था। किन्तु पाकिस्तान ने भारत के 15 सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश करके अब भारत को भी अपने सैन्य ठिकानों पर हमला करने की वजह दे दी है। कुल मिलाकर पाकिस्तान भारत से पंगा मोल लेकर अपने हाथों से अपने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं मार रहा है बल्कि अपना पैर ही कुल्हाड़ी पर मार रहा है। जिसका उसे खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।

पाकिस्तान के पास न तो भारत से जंग लडऩे के लिए हथियार है और न ही पाकिस्तानी सेना के हौसले कायम है। भारत के पलटवार से पाकिस्तानी सेना के छक्के छूट गये हैं। यहां तक की पाकिस्तानी सेना के प्रमुख अनिस मुनीर भी बंकर में जा छुपे हैं। खबर तो यह भी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ भी सुरक्षित स्थान पर पहुंच गये हैं। ऐसे में पाकिस्तान क्या खाक जंग लड़ पाएगा। पाकिस्तान की सरकार और उसकी सेना की नाकामी के कारण बलुचिस्तान में भी बलुच आर्मी फोर्स ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और बलुचिस्तान से पाकिस्तानी झंडा उतारकर वहां बलुचिस्तान का झंडा लगा दिया है।

बलुचो ने एक तरह से खुद को पाकिस्तान से अलग कर बलुचिस्तान को नया देश घोषित कर दिया है। बलुचो के आक्रमण के सामने पाकिस्तान सेना टीक नहीं पा रही है और मैदान छोड़कर भाग रही है। भारत को इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाना चाहिए और बलुचिस्तान को स्वतंत्र देश के रूप में सबसे पहले मान्यता दे दनी चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान के कुल क्षेत्रफल का 40 प्रतिशत हिस्सा बलुचिस्तान में आता है।

यदि बलुचिस्तानी पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश की तरह एक नया देश बन जाता है तो पाकिस्तान की कमर पूरी तरह टूट जाएगी। इस बीच भारतीय सेना पाक अधिकृत कश्मीर पर भी कब्जा कर सकती है। पीओके में भी पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बज चुका है। जाहिर है पाकिस्तान के कई टुकड़े होन जा रहे हैं।

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