Navpradesh 9th anniversary : रायपुर और बिलासपुर के अलावा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और जबलपुर के साथ ही झारखण्ड की राजधानी रांची से दैनिक नव प्रदेश का प्रकाशन हो रहा है
यशवंत धोटे
प्रधान संपादक
नव प्रदेश (Navpradesh 9th anniversary) छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 7 फरवरी के दिन नौ साल पूर्व दैनिक नव प्रदेश का प्रकाशन प्रारंभ हुआ था। जिसने बहुत जल्द सुधि पाठकों के बीच अपनी विशिष्ट पहचान बनानी शुरू कर दी थी। मात्र नौ साल में इस नौनिहाल ने विपरित परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद बीते नौ सालों के दौरान तीन राज्यों से पांच संस्करणों का प्रकाशन प्रारंभ कर दिया।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और न्यायधानी बिलासपुर के अलावा मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और न्यायधानी जबलपुर के साथ ही झारखण्ड की राजधानी रांची से दैनिक नव प्रदेश का प्रकाशन हो रहा है। अब तक तो होता यह रहा है कि अन्य राज्यों से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्रों ने छत्तीसगढ़ से अपने संस्करण प्रारंभ किए लेकिन दैनिक नव प्रदेश इसका अपवाद है।
छत्तीसगढ़ की पावन धरा में इसका प्रथम पुष्प खिला जो अब छत्तीसगढ़ राज्य की सीमाओं को लांघ कर पड़ौसी राज्य मध्यप्रदेश और झारखण्ड में भी पुष्पित और पल्लवित हो रहा है। दैनिक नव प्रदेश निकट भविष्य में एक और पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और नागपुर से तथा देश की राजधानी नई दिल्ली से भी अपने संस्करण प्रारंभ करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कोरोना काल की वजह से दैनिक नव प्रदेश (navpradesh 9th anniversary) के नए संस्करणों के प्रकाशन में बाधा आई। लेकिन कोरोना काल में भी दैनिक नव प्रदेश ने अपने दायित्वों का संपूर्ण समर्पण के साथ निर्वहन किया।
इन प्रयासों को अपेक्षित सफलता भी मिली। पहले तो प्रवासी मजदूरों के दर्द को बोलतीं तस्वीरों के जरिए साझा किया, ताकि उनके लिए सरकारी मदद का मार्ग प्रशस्त हो जाए। दैनिक नव प्रदेश (navpradesh 9th anniversary) में खबरें प्रकाशित होने के बाद दूसरे राज्यों के जवाहर नवोदय विद्यालयों में फंसे छत्तीसगढ़ के बच्चों को वापस लाने का मार्ग प्रशस्त हुआ। उसी प्रकार छत्तीसगढ़ के राज्य के नवोदय विद्यालयों में फंसे बच्चों को उनके राज्यों में भेजा जा सका। लॉकडाउन के दौरान हमारी इस सफल पहल के लिए अभिभावकों से मिले साधुवाद ने हमारे हौसलों को और भी मजबूत कर दिया। इसीका नतीजा कह लीजिए कि दैनिक नव प्रदेश ने कुछ निजी अस्पतालों द्वारा आपदा में अनैतिक अवसर तलाशे जाने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया।
नतीजा ये हुआ कि ऐसे अस्पतालों की मनमानी के पीडि़तों को आर्थिक न्याय मिल सका। दिसंबर उम्मीद की किरण के संकेत लेकर आया। एक तो राज्य में देश में सर्वाधिक मूल्य पर धानी खरीदी का आगाज हो गया तो वहीं कोविड वैक्सीन को लेकर भी सकारात्मक खबरें आनी शुरू हुईं। जनवरी में छेर छेरा के साथ ही किसानों की कोठी धान्य के साथ धन से भर गई। वहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वैक्सीनेशन के साथ लोगों को भी लगने लगा कि अब हम विजय के नजदीक पहुंच रहे हैं। इन सकारात्मकता भरे लम्हों को भी नव प्रदेश ने अपने शब्दों की माला में ऐसे पिरोया कि पाठक इसकी सराहना करने से नहीं चूके। फिर बात चाहे कोविड वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता की हो धान खरीदी को लेकर समय समय पर जारी आंकड़ों की ही क्यों न हो।
स्थिति सामान्य होते ही बहुत जल्द महाराष्ट्र व नई दिल्ली से दैनिक नव प्रदेश के प्रकाशन के संकल्प को हम मूर्त रूप देने का प्रयास करेंगे। हमे पता है कि राह कंटीली और पथरीली है और हमारे मार्ग में कई हिमालयी बाधाएं आएंगी लेकिन हमारी टीम के आसमानी इरादों के सामने वे बौनी ही सिद्ध होंगी। दैनिक नव प्रदेश ने अल्प समय में ही जो उपलब्धियां हासिल की है उसका सारा श्रेय हमारे कृपालु पाठकों को जाता है, जिनका अपार स्नेह और प्यार ही हमारी वास्तविक पूंजी है। दैनिक नव प्रदेश ने शुरू से ही यह संकल्प ले रखा है कि आप का यह अखबार आप लोगोंं की कसौटी पर खरा उतरे।
आगे भी हमारी यह कोशिश जारी रहेगी कि दैनिक नव प्रदेश (nav pradesh 9th anniversary) प्रबुद्ध पाठकों की पहली पसंद बना रहे। नौ साल का यह सफर भले ही उतार चढ़ाव लिए हुए रहा हो लेकिन अपने प्रेरक पाठकों के स्नेहिल सहयोग से हमे कड़ी धूप में तय किया गया यह सफर भी सुहाना ही लगा है। बकौल एक शायर- सफर जो धूप का किया तो यह तजुर्बा हुआ, वो जिंदगी ही क्या जो छांव-छांव चली।
दैनिक नव प्रदेश के 10वें स्थापना दिवस पर हम अपने समस्त पाठकों, संवाददाताओं, अभिकर्ताओं, विज्ञापनदाताओं और शुभेच्छुओं के अमूल्य सहयोग के लिए हृदयतल की गहराइयों से हार्दिक आभार व्यक्त करते है। हमे आशा ही नहीं बल्कि इस बात का पूर्ण विश्वास भी है कि दैनिक नव प्रदेश के अंतहीन सफर में आप सभी आगे भी सहभागी रहेेंगे और आप सब का पूर्ववत सहयोग हमें आगे भी मिलता रहेगा।