नई दिल्ली। Maruti new Swift gets 4 star safety rating: मारुति की कारों को क्रैश टेस्ट में जीरो से वन स्टार मिलते रहे हैं। उनकी एकमात्र कार पुरानी ब्रेज़ा मॉडल थी जिसे चार स्टार मिले थे। लेकिन अब खबर है कि मारुति सुजुकी की नई स्विफ्ट ने जापान में क्रैश टेस्ट में 4-स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल की है।
ग्लोबल एनसीएपी और जापान एनसीएपी के बीच एक बड़ा अंतर है। भारत में क्रैश टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। जबकि सभी की निगाहें मारुति की कारों पर हैं और वे कितने स्टार के साथ आती हैं, जापान में क्रैश टेस्ट ने सभी का ध्यान खींचा है।
जेएनसीएपी ने स्विफ्ट के क्रैश टेस्ट का एक वीडियो (Maruti new Swift gets 4 star safety rating) जारी किया है। यह कार मई में भारतीय बाजार में लॉन्च की जाएगी। अब यह देखना अहम होगा कि इस कार में कितना बदलाव किया गया है, क्या जापान में कार की बॉडी में स्टील का इस्तेमाल किया गया है या इसमें भी बदलाव किया गया है।
स्विफ्ट ने जापान में परीक्षण में 197 अंकों में से 177.8 अंक हासिल किए। इस कार में एक स्टैंड भी है। क्रूज़ कंट्रोल, इमरजेंसी ब्रेक आदि के कारण इस स्विफ्ट की सुरक्षा बढ़ गई है। भारत में ये फीचर्स मिलना लगभग नामुमकिन है। जापान की स्विफ्ट को क्रैश टेस्ट में 100 में से 81 अंक मिले। पीछे की यात्री सुरक्षा में काफी सुधार किया गया है। साइड इफेक्ट परीक्षण में यात्रियों की गर्दन पर कोई चोट नहीं आई।
चूंकि भारत में लॉन्च होने वाली स्विफ्ट (Maruti new Swift gets 4 star safety rating) में ये सुरक्षा फीचर्स होने की संभावना नहीं है, इसलिए जापान का क्रैश टेस्ट ज्यादा काम का नहीं होगा। इसके चलते भारत में स्विफ्ट को अलग से क्रैश टेस्ट से गुजरना होगा। करीब चार-पांच साल पहले टाटा की नेक्सॉन को जीएनसीएपी में फाइव-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली थी। तब जीएनसीएपी के सीईओ भारत आए और मारुति को ऐसी सुरक्षित कारें बनाने की चुनौती दी। मारुति आज तक फाइव स्टार रेटिंग देने वाली कारें नहीं बना पाई है।