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LIC को एक दिन में 1000 करोड़ का भारी नुकसान, इस निजी बैंक के शेयर 5 साल के निचले स्तर पर

LIC suffers huge loss of 1000 crores in one day, shares of this private bank at 5 year low

LIC Indusind Bank Share Price

-बैंक के शेयर 27.17 प्रतिशत की गिरावट

मुंबई। LIC Indusind Bank Share Price: इंडसइंड बैंक के शेयरों में सोमवार को भारी गिरावट आई। बैंक के शेयर 27.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 655.95 रुपए पर बंद हुए, जो पांच वर्षों का निम्नतम स्तर है। इस गिरावट के कारण देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी को करीब 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। एलआईसी भारत में सबसे बड़ा घरेलू संस्थागत निवेशक है। इस बैंक में एलआईसी की 5.23 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बैंक ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में कुछ विसंगतियों की सूचना दी। इससे बैंक की आय पर एकमुश्त प्रभाव पडऩे की संभावना है। इससे बैंक के शेयरों में गिरावट आई और वे नवंबर 2020 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए।

आरबीआई ने 1 अप्रैल 2024 से नए नियम लागू किए हैं। इन विनियमों का पालन करते हुए, बैंक ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की आंतरिक समीक्षा की। बैंक को इस समीक्षा में कुछ त्रुटियाँ मिलीं। यह विसंगति बैंक की परिसंपत्तियों और देनदारियों से संबंधित खातों में पाई गई। बैंक की आंतरिक समीक्षा के अनुसार, इस त्रुटि का प्रभाव उसकी कुल परिसंपत्तियों पर लगभग 2.35 प्रतिशत होगा। यानी यह करीब 2,000-2,100 करोड़ रुपये के बराबर है।

किसे नुकसान हुआ?

जब शेयर की कीमत 654 रुपये के निचले स्तर पर थी, तब एलआईसी के शेयरों की कीमत 2,434 करोड़ रुपये थी। पिछले दिन के बंद भाव के अनुसार यह मूल्य 3,398 करोड़ रुपये था। न केवल एलआईसी बल्कि कोटक म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, यूटीआई एमएफ और फ्रैंकलिन इंडिया जैसी कई म्यूचुअल फंड कंपनियां भी इस बैंक के शेयर रखती हैं।

इस घाटे का असर वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के मुनाफे पर दिखेगा। इससे बैंक के मुनाफे में भारी गिरावट आ सकती है। बैंक को वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भी घाटा हो सकता है। पिछले एक साल में निफ्टी 50 सूचकांक में इंडसइंड बैंक का स्टॉक सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला रहा है। इस दौरान इसकी कीमत में 55 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।

बैंक समस्या

बैंक को कई अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। इसमें खराब परिचालन प्रदर्शन भी शामिल है। साथ ही, बैंक के एमडी को एक वर्ष का कार्यकाल दिया गया है, जबकि निदेशक मंडल ने तीन वर्ष का कार्यकाल प्रस्तावित किया था। कई ब्रोकरेज फर्मों ने इंडसइंड बैंक की स्टॉक रेटिंग घटा दी है तथा उनके लक्ष्य मूल्य भी घटा दिए हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंडसइंड बैंक को कवर करने वाले 38 विश्लेषकों में से चार ने बैंक के शेयरों को बेचने की रेटिंग दी है।

(नोट – यह केवल स्टॉक के प्रदर्शन के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह निवेश सलाह नहीं है। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले इस क्षेत्र के जानकार या विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।)

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