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Learning Program : ऐसे ‘सीख’ रहे हैं विद्यार्थी

Learning Program: Students are 'learning' like this

Learning Program

37 विकासखण्डों के 6 हजार स्थल शामिल

रायपुर/नवप्रदेश। Learning Program : ‘सीख’ प्रोग्राम के माध्यम से पालकों और समुदाय की सहभागिता से बच्चों के लिए मजेदार और सरल सीखने-सिखाने के अवसर तैयार किए है। सीख कार्यक्रम को स्वयंसेवी संस्था (सीख मित्र) के माध्यम से चलाया जा रहा है। कोविड काल में बच्चों के लिए ये क्लासेस काफी पंसद किए जा रहे है।

यूट्यूब से भी सीख रहे हैं छात्र

यूट्यूब में अपलोड (Learning Program) होने के कारण कोई भी पेरेंट्स इसे मोबाइल पर स्टोर कर अपने बच्चों को सीखा रहे है। दरअसल, वीडियो में साझा किया क्लास में इतनी विस्तृत जानकारी होती है कि, कोई भी आसानी से समझ सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर एक वीडियो साझा की है तो उसके साथ एक ऑडियो क्लीप द्वारा उस वीडियों में बच्चे और पालक को क्या करना है, उसे समझाया गया। ऑडियो क्लीप से पालकों को गतिविधि को समझने में अधिक मदद मिलती है।

शिक्षित युवाओं के हाथों में क्लास की कमान

सीख मित्र समुदाय के ही पढ़े लिखे युवा हैं, जो कि समाज सेवा के प्रति समर्पित है। कुछ समर्पित शिक्षक (Learning Program) भी इसमें शामिल है, जिन्होंने बच्चों के सीखने में मदद की। यह कार्यक्रम राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण यूनिसेफ छत्तीसगढ़ इकाई के संयुक्त प्रयास से संचालित हो रहा है। इस आयोजन में शिक्षकों के साथ-साथ पालकों ने भी हर गतिविधियों में खुद पार्टीसिपेट किया और बच्चों को सीखने में मदद की।

स्व-प्रेरणा से हुए शामिल

सीख कार्यक्रम में अब तक 14 हजार सीख मित्र (Learning Program) जुड़ चुके हैं। ये स्व-प्रेरणा से इनमें शामिल हुए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 37 विकासखण्डों की 6 हजार स्थलों को शामिल किया गया है। प्राथमिक विद्यालय जाने वाले 1 लाख 60 हजार बच्चे सीख कार्यक्रम से जुड़े हैं। सीख के 200 वीडियो बनाए गए हैं, जिन्हें यू-ट्यूब पर अपलोड भी किया गया है। विद्यार्थी यू-ट्यूब से भी देखकर इसका लाभ उठा सकता है।
सीख प्रोग्राम के अंतर्गत यूनिसेफ केअकादमिक और तकनीकी समूह ने भाषा गणित, विज्ञान, खेल के गतिविधि आधारित सरल और रोचक वीडियो बनाकर स्कूल और समुदाय को भेजे गए।

ज्ञान के साथ रुचिकर भी

सीख प्रोग्राम का उद्देश्य छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों को मजबूत बनाने के लिए प्राथमिक स्कूलों के सभी बच्चों को निरंतर सीखने में सहायता करने के अवसर देना है। इस प्रयास से घर और समुदाय में बच्चों के लिए रोचक तरीकों से सीखने के अवसर सृजन किए जाएंगे ताकि बच्चों के लिए सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को आनंददायक व मनोरंजन वद्र्धक बनाया जा सके।

शिक्षण सामग्री साझा कर सकते हैं

इस कार्यक्रम में अभिभावकों और अन्य कोई भी स्वयं सेवक, जो बच्चों को सीखने-सिखाने में मदद करना चाहते हैं उनके साथ व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से सीखने की सामग्री को साझा किया जाता है। इसका उपयोग बच्चों के साथ मिलकर घर या समुदाय स्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही खेल-कूद के माध्यम से समुदाय को सामाजिक-मानसिक सहयोग देने के लिए यूनिसेफ, स्पोट्र्स फार डेव्हलपमेंट के अंतर्गत विशेष कार्यक्रम भी संचालित किया जाता है।

इसके साथ बुनियादी विज्ञान, खेल और जीवन कौशल शिक्षा गतिविधियां भी होती हैं। यह गतिविधियां पालकों के दैनिक दिनचर्या से संबंधित होंगी, ताकि इन्हें करने में पालकों को कोई परेशानी न आए। पूरे कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 से संबंधित विशेष सावधानियों पर जागरूकता की जानकारी दी जाती है। इस स्वरूप में चित्रण, छोटे वीडियो, पोस्टर, पृष्ठ आदि के साथ एक स्पष्ट निर्देश जो कि ऑडियो क्लीप के रूप में सरल कार्यपत्रक शामिल होते हैं।

इन जिलों से हुई शुरुआत

छत्तीसगढ़ राज्य में सीख कार्यक्रम (Learning Program) की शुरूआत सुकमा (छिंदगढ़ ब्लॉक), जशपुर (दुलदुला ब्लॉक), रायगढ़ जिले के (रायगढ़, तमनार, खरसिया ब्लॉक), धमतरी जिले के सभी चारों ब्लॉक और रायपुर जिले के विकासखण्ड तिल्दा एवं अभनपुर के सभी प्राथमिक स्कूलों से की गयी थी। वर्तमान में यह कार्यक्रम प्रदेश के 11 जिले बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, धमतरी, रायपुर, दुर्ग, सूरजपुर, जशपुर और रायगढ़ जिला प्रशासन के सहयोग एवं मार्गदर्शन में संचालित हो रहा है। इस वर्ष इसमें कुछ और जिले के शामिल होने की उम्मीद है, जैसे गोरेला-पेण्ड्रा-मरवाही आदि।

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