Krishna Kumar Dhruv : अनुसूचित जनजाति वर्ग के विरोध एवं अहित के बाद भी इस क्षेत्र में अंधाधुंध वनों की कटाई करके अयस्कों का दोहन किया जा रहा है वहीं वनवासियो को वनसम्पदा से वंचित होने के लिए विवश होना पडा हैं। एक ओर जिला कांकेर के लौह अयस्क निक्षेप आरी डोंगरी को राज्य की सरकार द्वारा स्वयं संचालित करने का वादा किया जा रहा था दूसरी ओर छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम इस हेतु ग्राहक की ढूंढ कर रही थी अन्तत्तोगत्वा आरीडोंगरी लौह अयस्क खदान का संचालन निजी हाथ में चला गया।
अब हमारे राज्य की सरकार द्वारा नगरनार स्टील प्लॉट (Krishna Kumar Dhruv) का निजी क्षेत्र में जाने की स्थिति में संचालन करने की बात कही जा रही है। सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र में आधारभूत अन्तर को अनदेखा नहीं किया जा सकता किन्तु हमारी केन्द्र एवं राज्य की सरकारें इस ओर ध्यान नही देती यह अत्यन्त ही दुखःद एवं चिन्ताजनक है। बस्तर संभाग के जिला कांकेर में निजी क्षेत्र की कई कंपनियॉ खनन का कार्य कर रही हैं ।
निजी क्षेत्र की कई कंपनियॉ खदान पट्टा स्वीकृत होने के पूर्व जितने रोजगार का सृजन होना बताया गया उससे बहुत ही कम व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया और जो अपने खदान में कार्यरत हैं उन श्रमिकों को अपेक्षित सुविधाएं प्रदान नहीं कर रही है । शोषक वर्ग की कंपनियों से कुछ पा लेने की लालसा में उच्च मध्यम वर्ग के लोगों ने ट्रक खरीद लिया । परिवहन के लिये अयस्क प्राप्त होगा किंतु उन्हें भी पर्याप्त मात्रा में परिवहन हेतु अयस्क नहीं मिल पा रहा है इन लोगों ने इस क्षेत्र में 1500 ट्रक लगा रखा है जबकि लगभग 400 ट्रक को परिहन हेतु अयस्क प्राप्त हो रहा है फलस्वरूप आये दिन इनका धरना प्रदर्शन चक्का जाम चलता रहता है।
निजी क्षेत्र की कई कंपनियॉ की स्वेच्छाचारिता इतनी बढ गई है कि अपने खनन क्षेत्र के बाहर भी खनन का कार्य करते हुए अयस्क की श्रेणी को निम्न दर्शाकर रायल्टी की राशि का अपवंचन कर शासन को करोडों की धनराशि की क्षति पहुॅचाने का कार्य किया जा रहा है । इसकी सूक्ष्म जांच की आवश्यकता है। इन शोषक वर्ग के कंपनियों के पॉच वर्ष का स्कंध एवं उत्पादन का भौतिक सत्यापन किया जाना चाहिए।
निर्धारित मात्रा से अधिक भार वहन कर सड़कों को तहस नहस कर दिया गया है । ग्रामीण जनता इन सड़कों में चलकर धूल खा रही है, प्रशासन मुंह बांधे खड़ा है। क्षेत्र के ग्रामीणजन लालपानी एवं सड़क की धूल से त्रस्त है। इसकी शिकायत करते है किंतु इसका कोई समाधान नही किया जा रहा है इस ओर किसी का ध्यान नही है। शासन प्रशासन और कंपनियॉ सभी मौन है।
शोषक वर्ग के कंपनी की ट्रक ने एक 4 वर्षीय सर्वहारा (Krishna Kumar Dhruv) परिवार का एक बालक को टक्कर मार कर मौत की नींद सुला गया दुखःद स्थिति यह है कि इसके लिए कंपनी द्वारा प्रतिपूर्ति न दिए जाने पर परिवार जनों ग्रामीणों को प्रदर्शकरने के लिए विवश होना पड़ा था। शासन से सादर निवेदन है कि जनहित में इस ओर तत्काल ध्यान देने का कष्ट करे।