Kejriwal now in the clutches of CBI: नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। अब सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई ने बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में उनसे पूछताछ करने के लिए कोर्ट से पांच दिनों की कस्टडी मांगी थी।
कोर्ट ने तीन दिनों की कस्टडी की मंजूरी दी है। जैसे ही अरविंद केजरीवाल को सीबीआई के हवाले करने का कोर्ट ने आदेश दिया अरविंद केजरीवाल की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने चक्कर आने और कमजोरी लगने की बात कही। इसके बाद उन्हें अलग कमरे में ले जाया गया था। हो सकता है अरविंद केजरीवाल (Kejriwal now in the clutches of CBI) की तबीयत सचमुच खराब हो गई हो लेकिन अपने स्वास्थ्य का बहाना करके वे सीबीआई की पूछताछ से नहीं बच पाएंगे।
वैसे भी अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के अन्य नेता इतना झूठ बोल चुके हैं कि अब उनकी सच्ची बात पर भी यकीन आना मुश्किल है। गौरतलब है कि जब वे पहली बार जेल गए थे। तब उन्होंने जेल में अपना शुगर बढऩे की और वजन कम होने की शिकायत की थी। इस बात को लेकर आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं ने सिर पर आसमान उठाने में कसर नहीं छोड़ी थी। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी सिंह ने यह आरोप भी लगाया था कि तिहाड़ जेल प्रशासन अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रहा है और उनकी जान लेने की साजिश रची जा रही है।
ऐसा आरोप लगाते समय आम आदमी पाटी के नेता यह भूल गए कि तिहाड़ जेल नई दिल्ली सरकार के अधीन आता है। ऐसी स्थिति में वहां अरविंद केजरीवाल (Kejriwal now in the clutches of CBI) के खिलाफ कोई साजिश कैसे रची जा सकती है।बाद में जेल प्रशासन ने स्पष्टीकरण देकर आम आदमी पार्टी के आरोपों को बेबुनियाद साबित कर दिया और यह बताया कि जेल में उनका वजन कम नहीं हुआ है। बल्कि एक किलो बढ़ गया है।
चुनाव प्रचार के लिए अरविंद केजरीवाल को जब सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत पर 20 दिनों के लिए रिहा किया था तो उन्होंने जमकर चुनाव प्रचार किया लेकिन जिस दिन उन्हें जेल वापस जाना था। उसके एक दिन पहले उन्होंने फिर अपने खराब स्वास्थ का हवाला देते हुए मेडिकल जांच के लिए अपनी अंतिरम जमानत एक सप्ताह बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा दी थी। जिसे खारिज कर दिया गया था।
वापस जेल जाने के बाद उनके स्वास्थ को लेकर अब तक कोई खबर सामने नहीं आई थी लेकिन जैसे ही उनपर सीबीआई का शिकंजा कसा तो वे फिर अपना स्वास्थ खराब होने की दुहाई देने लगे हैं किन्तु उनकी यह सब पैंतरेबाजी अब काम नहीं आएगी। अरविंद केजरीवाल (Kejriwal now in the clutches of CBI) की गिरफ्तारी को लेकर जहां उनकी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल ने तल्ख टिप्पणी की है कि वे बद दुआ देती है कि तानाशाह का अंत हो जाए ।
वहीं आम आदमी पार्टी के सांसदों ने केजरीवाल के खिलाफ हो रही कार्यवाही का विरोध करते हुए संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार कर दिया। आम आदमी पार्टी को उम्मीद थी कि अन्य विपक्षी पार्टियां भी इस बहिष्कार में उनका साथ देंगी लेकिन कांग्रेस सहित आईएनडीआईए के किसी भी दल ने आम आदमी पार्टी का साथ नहीं दिया। जाहिर है अलग आदमी पार्टी अकेली पड़ती जा रही है और अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ती जा रही है।