Kashmir Violence : भारतीय खुफिया विभाग ने कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा हिंसा फैलाने की साजिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। भारतीय सेना ने कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ को नाकाम किया है किन्तु पाक अधिकृत कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकवादी एकत्रित हो गए है जो कश्मीर में घुसपैठ कर वहां किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे है।
अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठन तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद से पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के हौसले बुलंद है और वे कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए घुसपैठ करने की फिराक में है। जैश और लश्कर के आतंकी भारत में गड़बड़ी करने का षडयंत्र सच रहे है। आईएसआईएस के २५ आतंकवादी केरल के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश कर सकते है, ये वो आतंकवादी है जो अफगानिस्तान की जेल से भागे है।
हिजबुल मुजाहिदिन (Kashmir Violence) का एक आडियो फिर सामने आया है जिसमें कश्मीर को लेकर जहरीले पैगाम दिए गए है और काबुल के रास्ते गजवा ए हिन्द की साजिश का खुलासा किया गया है। निश्चित रूप से यह भारत के लिए चिंता का विषय है क्योंकि जब से कश्मीर से ३७0 का खात्मा हुआ है पाकिस्तान लगातार कश्मीर में अशांति फैलाने की नाकाम कोशिशें करता रहा है किन्तु अब पाकिस्तान के आतंकी सगठनों को आईएसआईएस और तालिबान से भी मदद की उम्मीद बंधी है इसलिए वे कश्मीर में घुसपैठ की हर संभव कोशिश करेंगे इसलिए भारतीय सेना और सुरक्षा बलों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है ताकि पाक के नापाक मंसूबों को नाकाम किया जा सके।
हालांकि तालिबान ने भारत को आश्वस्त किया है कि कश्मीर (Kashmir Violence) के मामले में वह दखल नहीं देगा लेकिन तालिबान की बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि तालिबान पाकिस्तान और चीन के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। इसलिए भारत को तालिबान को लेकर भी सोव समझकर नीति निर्धारित करनी होगी और पाकिस्तान के प्रति भी सतर्क रहना होगा।
खुफिया एजेंसियों ने जो अलर्ट जारी किया है उसे देखते हुए न सिर्फ कश्मीर में बल्कि देश के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में भी अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके साथ ही सीमा पर भी चौकसी बढ़ानी होगी ताकि पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ को रोका जा सकें।