रायपुर,नवप्रदेश। झीरम घाटी कांड में शहीद कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं एवं सुरक्षाकर्मीयों को श्रद्धांजलि (Jheeram Kand) देते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि झीरम घाटी कांड के षड्यंत्रकारियों को सजा मिले और पीडि़त पक्ष को न्याय मिले।
भाजपा जब सरकार में थी तब झीरम घाटी कांड के सच को उजागर होने से रोकते रही है और आज जब विपक्ष में है तब भी झीरम घाटी कांड के षड्यंत्रकारियों को बचाने न्यायालय (Jheeram Kand) का सहारा ले रही है।
झीरम घाटी कांड के बाद केंद्र में मोदी की सरकार बनी और एनआईए की जांच को प्रभावित किया गया राज्य में रमन सिंह की सरकार ने सीबीआई जांच नहीं होने दी। जांच आयोग के जांच को भी प्रभावित किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद झीरम घाटी कांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया तब एनआईए (Jheeram Kand) ने फाइल नहीं दी।
जब राज्य सरकार ने झीरम घाटी कांड की जांच कर रहे आयोग के जांच में 8 नए बिंदु जोड़े और कार्यकाल को बढ़ाया तब भी जांच को रोकने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक न्यायालय का सहारा लिया।
न्यायालय ने वर्तमान स्थिति में जांच को रोक दिया है। इससे भाजपा की मंशा समझ में आती है कि दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है।
भाजपा के नेता लाख षड्यंत्र कर ले लेकिन झीरम घाटी कांड के सच को आने से रोक नहीं पाएंगे झीरम घाटी कांड के षड्यंत्रकारी सलाखों के पीछे होंगे पीडि़तों को न्याय मिलेगा और भाजपा के मंसूबे भी जनता के बीच उजागर होंगे।
2013 में डॉ रमन सिंह विकास यात्रा निकाल रहे थे दूसरी ओर कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा रमन भाजपा सरकार के कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार, प्रशासनिक अराजकता, कुशासन के खिलाफ परिवर्तन की मांग को लेकर निकाली थी।
कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा को मिल रहे भारी जन समर्थन से भाजपा घबराई हुई थी। उसी दौरान झीरम घाटी राजनीतिक षड्यंत्र हत्याकांड हुआ जिसमें कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओ एवं सुरक्षाकर्मियों की शहादत हुई। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में पुन: भाजपा की सरकार बनी रमन सिंह मुख्यमंत्री बने थे।