नई दिल्ली । अस्थाई रूप से परिचालन बंद कर चुकी एयरलाइन जेट एयरवेज के कर्मचारियों की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं और उनके वित्तीय संकट का आलम यह है कि आकर्षक वेतन पाने वाला जेट एयरवेज का एक पायलट अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए अपनी रेसिंग बाइक तक बेचने को मजबूर हो गया है। जिन तकनीकी कर्मियों का तबादला दूसरे शहरों में हो चुका है, उनको अपने परिवारों से मिलने के लिए ट्रेनों से यात्रा करनी पड़ रही है, क्योंकि उनकी यात्रा के लिए कोई उड़ान उपलब्ध नहीं है।
जिनको पैसों की सख्त जरूरत है, वे नजदीकियों के व्हाट्सएप ग्रुपों को एसओएस भेज रहे हैं और अपने सामाजिक पूंजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिए हैं। नेशनल एविएटर्स गिल्ड के उपाध्यक्ष कैप्टन असीम वालियानी ने कहा, मुझे आज सुबह एक साथी पायलट का फोन आया, जिन्होंने अपनी महंगी बाइक बेचने का फैसला किया है। अनेक लोगों को रोजमर्रा के खर्च चलाने में कठिनाई होने लगी है।
करीब 15 साल से जेट एयरवेज से जुड़े रहे एक सीनियर इंजीनियर ने कहा कहा कि उनके कई सहकर्मी गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने एक सहकर्मी का जिक्र किया, जिन्होंने अपने कई सहकर्मियों से पिछले सप्ताह अपनी बहन की शादी के लिए पैसों की व्यवस्था करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, पिछले महीने हमने एक सहकर्मी के बेटे के इलाज के लिए पैसे जमा किए। लाखों रुपये का बिल होने के बाद भी लड़के को बचाया नहीं जा सका।
एक अन्य कर्मी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर एयरलाइन द्वारा जारी प्रतिबंधात्मक आदेश के बारे में बताया कि इंजीनियरिंग विभाग के उनके एक सहकर्मी का तबादला मुंबई से दिल्ली हो गया है, लेकिन वेतन में विलंब होने की वजह से वह किराया चुकाने में असमर्थ है। अधिकारी ने कहा, वह कोई उड़ान नहीं पकड़ सकता है, क्योंकि उड़ान उपलब्ध नहीं है। यहां तक कि ट्रेन का टिकट भी उपलब्ध नहीं है। काफी मुश्किल हालात बन गए हैं।