जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के मुद्दे पर सारी दुनिया (world)में हाय तौबा मचाने के बाद भी पाकिस्तान (pakistan) को किसी का समर्थन नहीं मिला (Not supported)। अब तो साउदी आरब (Saudi Arb) ने भी कश्मीर मुद्दे पर भारत (india) का समर्थन कर दिया है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान का बौखलाना स्वाभाविक है।
कश्मीर मुद्दे (kasmir) के अंतर्राष्ट्रीयकरण की मुहीम में मात खने के बाद पाकिस्तान (pakistan) ने अपने यहांं पल रहे आतंकी संगठनों के जरिए भारत में बड़ा आतंकी हमला कराने की साजिश रची है। इस बारे में अमेरिका (America) ने भारत में आतंकी हमले की आशंका जताई है अमेरिका (America) ने कहा है कि अगर पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को काबू में रखे तो इन हमलों को रोका जा सकता है।
भारत प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक रक्षा मंत्री रैडल शाईवर ने कहा है कि कश्मीर (india army) पर फैसले के बाद कई देशों को यह डर सता रहा है कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन (Pakistani terrorist organization) सीमा पार से भारत में हमलों को अंजाम दे सकते है।
इधर भारतीय खुफियो सुत्रों में भी आतंकी (Terrorist)हमलों की आशंका व्यक्त हुए रेड अलर्ट जारी किया है। खुफिया सुत्रों के मुताबिक कुछ आतंकवादी दिल्ली में प्रवेश कर चुके है और वे दिल्ली तथा एनसीआर(nrc) में आतंकी हमला कर सकते है। आतंकी हमले की आशंका को मद्देनजर रखकर दिल्ली में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए है।
इसी तरह कश्मीर सहित देश के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। ताकि आतंकी हमले की साजिश को समय रहते नाकाम किया जा सके। पाकिस्तान (pakistan)अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आएगा। वह लगातार सीज फयार का उल्लंघन कर रहा है। ताकि पाकिस्तान (pakistan) में प्रशिक्षित आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराई जा सके।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ही भारतीय सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा था कि पाकिस्तान में पांच सौ से अधिक आतंकवादी (Terrorist) भारत में घुसपैठ की फिराक में है। उन्होने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी थी कि वह अपने नापाक इरादों से बाज आए अन्यथा भारतीय सेना एक और बड़ी सर्जिकल स्ट्राईक करने पर बाध्य होगी।
अब भारत को आतंकवाद( terrorist) के मुद्दे पर पाकिस्तान(pakistan) के खिलाफ निर्णायक पहल करने की जरूरत है। जब तक एक बार फिर पाकिस्तान में घुसकर उसके आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को नेस्तनाबूत नहीं किया जाएगा तब तक पाकिस्तान इसी तरह की हरकते करता रहेगा। इसके साथ ही जरूरत इस बात की भी है कि कश्मीर (Kashmir)सहित देश के अन्य हिस्सों में पल रहे पाकिस्तान समर्थेक आस्तीन के सापों को भी कुचला जाए। पाकिस्तान इन्ही गद्दारों के सहयोग से आतंकी हमला कराता रहा है। अत: इन देश द्रोहियों के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही करने की आवश्यकता है तभी भारत पर मंडराते आतंकी हमले के खतरे से निपटा जा सकेगा।