Jammu Kashmir 370: कश्मीर में अमन और चैन का माहौल रास नहीं आ रहा
Jammu Kashmir 370: जम्मू कश्मीर में 370 की बाहली के लिए वहंा के तमाम पाकिस्तान परस्त तथा कथित नेता एकजुट हो गए है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डा. फारूख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ति कुछ अन्य अलगाववादी पार्टियों के साथ मिल कर गुपकार गठबंधन बनाया है।
जिसका उद्देश्य है कि किसी भी सूरत में जम्मू कश्मीर में फिर से 370 (Jammu Kashmir 370) लागू हो ताकि उनकी दुकानदारी चल सके। इसके लिए इन आस्तीन के सांपों को भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान और चीन की मदद लेने से भी परहेज नहीं है।
डा. फारूख अब्दुल्ला ने तो पहले ही कह दिया है कि जम्मू कश्मीर में 370 (Jammu Kashmir 370) की बहाली के लिए वे चीन की मदद लेने के लिए भी तैयार है। महबूबा मुफ्ति भी लगातार देश विरोधी और भड़काऊ बयानबाजी करती आ रही है, उन्होने तो यहंा तक धमकी दी है कि अब खून बहाने का समय आ गया है।
महबूबा मुफ्ति ने एलान किया है कि जब तक कश्मीर का अलग झंडा नहंी होगा तब तक वे तिरंगे को हाथ में नहीं उठाऐंंगी। ये सरासर देश विरोधी बयानबाजी है जिसके लिए इन पाकिस्तान परस्त आस्तिन के सांपों के खिलाफ तत्काल देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और इन्हे जेल भेज देना चाहिए।
वरना ये देश विरोधी (Jammu Kashmir 370) गतिविधियों को तेज कर के कश्मीर में फिर से अशांति पैदा कर देंगे। इन्हे कश्मीर में अमन और चैन का माहौल रास नहीं आ रहा है ये चाहते है कि कश्मीर में फिर दहशत फैले और आतंकवादी व अलगाववादी ताकते हिंसा का नंगा नाच करें ताकि ये अपनी राजनीतिक रोटियां सेक सकें।
केन्द्र सरकार को चाहिए कि उसके पहले कि पानी सिर से ऊपर हो वह इन गद्दारों के खिलाफ जल्द से जल्द और सख्त से सख्त कार्यवाही करें अन्यथा अपनी राजनीति चमकाने के लिए डा. फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ति जैसे नकारे हुए लोग किसी भी हद तक नीचे गिर सकते है और जम्मू कश्मीर का माहौल बिगाड़ सकते है।