Jai Shah’s coronation is a blow to Pakistan: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया है।
यह भारतीयों के लिए गर्व की बात है। जय शाह आईसीसी के सबसे युवा अध्यक्ष बने हैं। वे इसी साल दिसंबर माह में आईसीसी चेयरमैन का पद संभालेंगे।
गौरतलब है कि बीसीसीआई के सचिव के रूप में जय शाह ने भारतीय क्रिकेट के विकास में अग्रणी योगदान दिया है। उनकी प्रतिभा की क्षमता पूरी दुनिया ने मानी है। यही वजह है कि उन्हें आईसीसी का सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाया गया है।
जय शाह की ताजपोशी से जहां भारत में हर्ष की लहर दौड़ गई है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान में मातम पसर गया है। गौरतलब है कि अगले साल पाकिस्तान में चैपियंस ट्रॉफी होने जा रही है जिसे मिनी वल्र्ड कप के रूप में देखा जाता है।
चैपियंस ट्रॉफी की मेजबानी मिलने से पाकिस्तान बेहद खुश था और उसने चैपियंस ट्रॉफी की तैयारी भी शुरू कर दी थी। पाकिस्तान के जिन स्टेडियम मेें मैच होना था।
वहां भारी भरकम खर्च करके आवश्यक सुविधा जुटाने का काम शुरू हो गया था। भारत ने पहले ही पाकिस्तान में चैपियंस ट्रॉफी के लिए मैच खेलने से इनकार कर दिया था।
दोनों देशों के बीच जैसे तनावपूर्ण संबंध बने हुए हैं। उसे मद्देनजर रखकर भारतीय क्रिकेट टीम के पाकिस्तान जाने का तो प्रश्न ही नहीं उठता है।
किन्तु पाकिस्तान को इस बात का भरोसा था कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के दबाव के सामने बीसीसीआई को झुकना पड़ेगा और भारतीय टीम पाकिस्तान आने के लिए बाध्य हो जाएगी।
किन्तु अब जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष चुने जाने के बाद पाकिस्तान को मायूसी हाथ लगी है। अब भारत के ही हाथों में आईसीसी की कमान आ गई है। जाहिर है ऐसी स्थिति में पाकिस्तान में चैपियंस ट्रॉफी के सभी मैच नहीं होंगे।
भारत का हर मैच पाकिस्तान से बाहर ही आयोजित कराया जाएगा। यह भी संभव है कि कुछ अन्य देश भी पाकिस्तान जाने से इनकार कर देें। यदि ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को और भी करारा झटका लगेगा।