It is necessary to answer bullets with shells: भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाये गए ऑपरेशन ङ्क्षसंदूर से पाकिस्तान तीन दिनों के भीतर ही घुटनों पर आ गया। उसने भारत से संघर्ष विराम की फरियाद की तो भारत ने भी बाप होने का फर्ज निभाते हुए संघर्ष विराम पर अपनी सहमति जता दी लेकिन भारत ने संघर्ष विराम की घोषणा अपनी शर्तों पर की है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि अब पाकिस्तान ने कोई गुस्ताखी की तो उसे मुंंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और ऐसा करने के लिए भारतीय सेना ने रोडमैप तैयार का लिया है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय सेनाओं और सुरक्षाबलों को निर्देश दे दिया है कि यदि पाकिस्तान से गोली चलती है तो भारतीय सेना उसका जवाब गोले से दे। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के तरफ भारतीय सेना ने पाकिस्तान के न सिर्फ कई आतंकी अड्डों को तबाह किया है बल्कि भारतीय सेना की कार्यवाही में सौ से ज्यादा आतंकवादी भी मारे गये हैं। वहीं लगभग 40 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे जा चुके हैं।
भारतीय सेना ने जो शौर्य दिखाया है। उससे पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है। भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारतीय सेना ने पहली बार ब्रम्होस का उपयोग किया, जिसकी गूंज रावलपिंडी तक सुनाई दी थी। पाकिस्तान ने परमाणु बम की जो गिदड़भभकी दी थी, वह भी भारतीय सेना के हौंसलों को कम नहीं कर पाई। वास्तव में आपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक, समाजिक और सामरिक ईच्छा शक्ति का प्रतीक बन गया है।
आपरेशन सिंदूर को लीड करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी ने भी भारतीय सेना द्वारा तीन दिनों तक चलाए गए आपेरशन सिंदूर से हुई पाकिस्तान को क्षति का ब्यौरा देते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि उसने संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का दु:साहस किया तो आपेरशन सिंदूर तेज किया जाएगा और पाकिस्तान को इसके गंभीर दुष्परिणाम भुगतने पड़ेंगे। भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि संघर्ष विराम का यह मतलब नहीं है कि भारत सिंधु जल समझौता बहाल कर देगा।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पूर्व में जो भी कड़े फैसले लिए हैं, उस पर भारत कायम रहेगा। संघर्ष विराम का मतलब सिर्फ यही है कि यदि पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता है तो भारत भी उसके खिलाफ सैन्य कार्यवाही नहीं करेगा। लेकिन यदि पाकिस्तान संघर्ष विराम को तोड़ता है या फिर भारत में किसी आतंकी घटना को अंजाम देता है तो इसे भारत युद्ध के रूप में देखेगा और उसी तरह का कड़ा जवाब देगा।
इस बीच भारत ने पाकिस्तान को एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर बेनकाब करने की तैयारी भी शुरू कर दी है बहुत जल्द भारत की एक टीम आंतकवाद के सबूत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंपने जा रही है। कुल मिलाकर भारत पाकिस्तान के खिलाफ अपने कूटनीतिक प्रयास भी जारी रखे हुए हैं। ताकि पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश घोषित कराया जा सके। बहरहाल संघर्ष विराम की घोषणा के बाद से भारत-पाक सीमा पर अब जनजीवन सामान्य होने लगा है लेकिन पाकिस्तान की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। वह कभी भी संघर्ष विराम को तोडऩे की हिमाकत कर सकता है। यदि ऐसा हुआ तो भारतीय सेना गोली का जवाब गोले से देकर उसकी हेकड़ी निकाल कर रख देगी।