भारतीय आर्मी चीफ (Indian Army Chief) की सेवा निवृत्ती के बाद केन्द्र सरकार ने उन्हे चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (CDS) नियुक्त कर दिया है। यह पद फोर स्टार रैंक (Four star rank) के बराबर होगा। जनरल बिपिन रावत को इस पद पर नियुक्त कर केन्द्र सरकार ने सही निर्णय लिया है।
भारतीय आर्मी चीफ (Indian Army Chief) रहते हुए जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान (pakistan) के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक को कामयाबी के साथ अंजाम दिया था। यही नहीं बल्कि उनके नेतृत्व में भारतीय सेना ने न सिर्फ सीमा पार से की जाने वाली गोली बारी का मुंहतोड़ जवाब दिया था बल्कि कश्मीर में सक्रीय आतंकवादियों के खिलाफ भी सेना ने ऑपरेशन ऑल आउट को पूरी सफलता के साथ मुकाम तक पहुंचाया है।
दुसरे शब्दों में कहे तो जनरल बिपिन रावत की अगुवाई में भारतीय सेना शक्तीशाली बन कर उभरी है। सीडीएस (CDS) पद के लिए जनरल बिपिन रावत सबसे उपयुक्त सैन्य अधिकारी है। पड़ौसी देश पाकिस्तान के साथ अभी जो तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है उसे देखते हुए दोनों देशों के बीच जंग का खतरा बरकरार है ऐसी स्थिति में यह अवश्यक हो जाता है कि तीनों सेनाओं में बेहरत तालमेल हो ताकि दुश्मन को धूल चटाई जा सकें।
सीडीएस (CDS) पद का श्रीजन इसी उद्देश्य को सामने रख कर किया गया है। गौरतलब है कि दो दशक पूर्व जब कारगिल युद्ध हुआ था तो भारतीय थलसेना और वायुसेना के बीच तालमेल का अभाव नजर आया था।
वायु सेना के उपयोग पर तात्कालीन वायुसेना अध्यक्ष और थलसेना अध्यक्ष की राय अलग-अलग थी बहरहाल कारगिल में भारत को जीत मिली थी उसी समय भायतीय सामरिक रणनीतिकारों ने सीडीएस का पद बनाने की शिफरिश की थी। किन्तु दो दशकों तक यह मामला अधर में लटका रहा।
पिछले १५ अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीडीएस पद श्रीजीत करने की घोषणा की थी जिसपर नए साल से अमल होने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इटली, फ्रांस, यूके और श्रीलंका सहित लगभग १० देशों में सीडीएस पद बनाया गया है।
अब भारत में भी सीडीएस की नियुक्ति के बाद तीनों सेनाओं से जुड़े मामले में रक्षा मंत्री को सही सलाह मिलेगी उनकी जरूरतों पर भी गंभीरता पूर्वक विचार होगा और तीनों सेनाओं में बेहतर तालमेल बनेगा जिससे युद्ध के दौरान ऑपरेशनों को सफलता पूर्वक अंजाम तक पहुंचाया जा सकेगा।