Home Minister Amit Shah’s warning to Naxalites: छत्तीसगढ़ प्रवास पर आये केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर में नक्सलियों के गढ़ में जाकर एक बार फिर उन्हें दो टूक शब्दों में चेतावनी दी है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दे। अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी और दो साल के भीतर छत्तीगसगढ़ को नक्सलियो के आतंक से मुक्त करा दिया जायेगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में भी गये और वहां एक गांव में पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार विकास विरोधी नक्सलियों के सफाये के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिये।
गृह मंत्री अमित शाह बस्तर में तैनात सुरक्षाबल के जवानों से भी मिले और उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने छत्तीगसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भी आश्वस्त किया कि नक्सली समस्या के समाधान के लिए केन्द्र सरकार छत्तीसगढ़ को आगे भी हर संभव मदद मुहैया कराती रहेगी।
गौरतलब है कि जब से छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी है। बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। साय सरकार के एक साल के कार्यकाल के दौरान मुठभेड़ में ढाई सौ से ज्यादा नक्सली मारे गये है जिनमें कई इनामी नक्सली भी शामिल है।
यही नहीं बल्कि आठ सौ से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है। इस बीच सुरक्षाबलों ने भी नक्सलियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। पहली बार सुरक्षाबल के जवानों ने सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ में दस्तक दी है और बस्तर के घने जंगलो के बीच बनाये गये नक्सलियों के प्रशिक्षण शिविरों को ध्वस्त करने का काम शुरू किया गया है
अब वहां फारवेड आपरेङ्क्षटग देश बनाये जा रहे हैं जहां सुरक्षाबल के जवान तैनात है।अब तक बस्तर में ऐसे 280 बेस बन चुके है। नतीजतन अब बस्तर से नक्सलियों के पैर उखडऩे लगे है। केन्द्र और राज्य सरकार के समवेश प्रयासों से बस्तर में नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान जिस तरह तेज हो रहा है उसे देखते हुए जल्द ही छत्तीसगढ़ के नक्सली हिंसा मुक्त होने की उम्मीद बंधी है।